नई दिल्ली। पंजाब के लोकसभा चुनाव परिणाम के आने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चली आ रही जंग के बीच में नया मोड़ आया है। सिद्धू आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। जबकि पिछली बार राहुल गांधी ने सिद्धू से मिलने से मनाकर दिया है। आज सिद्धू ने राहुल को एक पत्र भी सौंपा। जिसके बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है।

राज्य में कैप्टन और सिद्धू के बीच चली आ रही जंग में रोज शह मात का खेल चल रहा है। कैप्टन ने पिछले हफ्ते ही सिद्धू का मंत्रालय बदलकर उन्हें बड़ा झटका दिया। अगर कैप्टन की चलती तो वह सिद्धू को कैबिनेट से बाहर कर देते। लेकिन राहुल गांधी की पैरवी से सिद्धू अपना मंत्रालय बचाने में कामयाब रहे।

उसके दो दिन के बाद ही कैप्टन ने राज्य में आठ समितियों का गठन किया और इसमें सिद्धू को शामिल न कर बड़ा झटका दिया। जबकि इसमें राज्य के सभी कैबिनेट मंत्रियों को शामिल किया है। कैप्टन ने इसके जरिए सिद्धू को संदेश देने की कोशिश की कि राज्य के कैप्टन वो ही हैं।

इसी बीच आज सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक सिद्धू ने राज्य में उनके और कैप्टन के बीच चल रहे झगड़े में अपना पक्ष रखा। सिद्धू ने राहुल के साथ प्रियंका गांधी और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से भी मुलाकात की।

असल में इस जंग की शुरूआत सिद्धू की पत्नी द्वारा दिए गए बयान से हुई। जब सिद्धू की पत्नी ने आरोप लगाया कि उनका लोकसभा का टिकट काटने में कैप्टन की अहम भूमिका रही। नवजोत कौर सिद्धू ने आरोप लगाया कि राज्य प्रभारी आशा कुमारी के जरिए कैप्टन ने उनका टिकट कटवाया।

इसके बाद कैप्टन भी खुले तौर पर अपने बचाव में आए। उन्होंने कहा कि सिद्धू राज्य के सीएम बनना चाहते हैं और इस तरह के बयान देते रहते हैं। इसके लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्धू ने कैप्टन पर आरोप लगाया और उन्होंने राज्य में चुनाव प्रचार से दूरी बनाकर रखी।

हालांकि वह बठिंडा में प्रियंका गांधी के साथ प्रचार करने के लिए उतरे। जानकारी के मुताबिक आज सिद्धू और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात में सिद्धू ने उन्हें एक पत्र भी सौंपा है। फिलहाल इस पत्र में क्या लिखा, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।