जेडीयू के सांसद हरिवंश नारायण सिंह राज्यसभा में उपसभापति का चुनाव जीत गए हैं। प्रधानमंत्री ने हरिवंश को बधाई दी है। कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्ष से मैदान में बीके हरिप्रसाद थे।  

आगामी लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों को तगड़ा झटका लगा है। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच राज्यसभा उपसभापति पद का चुनाव जोर आजमाई के तौर पर देखा जा रहा था। इसमें बाजी एनडीए के हाथ लगी है। दिलचस्प मुकाबले में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को 125 वोट मिले तो विपक्षी उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को 105 वोट मिले। आम आदमी पार्टी के दो सदस्य सदन में अनुपस्थित रहे। आप ने कांग्रेस को विपक्षी एकता का दुश्मन करार दिया है।

Scroll to load tweet…


हरिवंश के चुनाव जीतने के बाद सदन में हर दल के नेताओं ने बड़े दिलचस्प बयान दिए। 


पीएम नरेंद्र मोदी ने सदन की तरफ से नए चुने गए उपसभापति हरिवंश को बधाई दी। पीएम ने हरिवंश के नाम के साथ पूर्वांचल के बलिया का भी जिक्र किया। महान स्वतंत्रता मंगल पांडे का भी नाम लिया। हरिवंश का जन्म यूपी के बलिया में ही हुआ था। बाद में रांची से प्रकासित होने वाले अखबार प्रभात खबर के संपादक बने उनका परिवार रांची में ही रहता है। चूंकि, बलिया पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का संसदीय क्षेत्र रहा है और उनके निकट सहयोगी के तौर पर भी हरिवंश ने काम किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री ने ये कहा कि मंगल पांडे से लेकर चंद्रशेखर तक की परंपरा में एक नया नाम हरिवंश का जुड़ा है। उनकी शिक्षा-दीक्षा बनारस में हुई थी, यह भी गौरव की बात है। 

Scroll to load tweet…


अगस्त क्रांति का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इसमें बलिया की अहम भूमिका थी। 

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने हरिवंश की जीत पर कहा है  कि कभी हम जीतते हैं, भी हारते हैं, राजनीति में ये चलता रहता है।

Scroll to load tweet…


सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, हरिवंश पहले एनडीए के नेता थे, “चुनाव जीते के बाद वो किसी एक दल के ना होकर पूरे सदन के हो गए हैं”। उन्होंने हरिवंश को चुनाव जीतने पर बधाई दी।


बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने जेडीयू के हरिवंश नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया था। दरअसल, जेडीयू के उम्मीवार को नामित कर बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की है। खास ये रहा है कि नीतीश कुमार के समर्थन मांगने पर बीजेडी ने हरिवंश का समर्थन किया है और आम आदमी पार्टी के दो सांसद सदन से अनुपस्थित रहे। राज्यसभा में मौजूदा सदस्य संख्या 244 का है। सदन में सभी सदस्य मौजूद रहते तो जीत के लिए 123 सदस्यों की जरूरत होती।