राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.के. सुधाकर ने कहा कि जो लोग हर घंटे सेल्फी भेजने में असफल रहेंगे उन्हें सामूहिक क्वारंटीन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। घर में अलग किए गए कोरोनावायरस संदिग्धों और रोगियों को ट्रैक रखने के लिए कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग ने एक मोबाइल एप्लिकेशन क्वारेंटाइन वॉच तैयार किया है और इसमें उन्हें अपनी सेल्फी भेजनी होगी।
नई दिल्ली। कर्नाटक सरकार ने राज्य के होम क्वारंटीन किए कोरोना संक्रमित मरीजों से हर घंटे में सेल्फी भेजने के लिए कहा है। राज्य सरकार ने एक एप तैयार किया गया है। जिसमें होम क्वारंटीन किए गए मरीजों को कर घंटे फोटो भेजनी होगी। अगर कोई फोटो नहीं भेजेगा तो उसे सामूहिक क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया जाएगा।
राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.के. सुधाकर ने कहा कि जो लोग हर घंटे सेल्फी भेजने में असफल रहेंगे उन्हें सामूहिक क्वारंटीन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। घर में अलग किए गए कोरोनावायरस संदिग्धों और रोगियों को ट्रैक रखने के लिए कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग ने एक मोबाइल एप्लिकेशन क्वारेंटाइन वॉच तैयार किया है और इसमें उन्हें अपनी सेल्फी भेजनी होगी।
सरकार ने चेतावनी दी कि अगर वे नियम का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें क्वारंटीन केंद्रों में भेज जाएगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ के. सुधाकर ने निर्देश दिए हैं कि मरीज इस एप में नामांकन करें और प्रति घंटे इस एप में सेल्फी भेजें। होम क्वारंटाइन के आदेश के तहत सभी व्यक्तिों को घर से हर एक घंटे में अपनी सेल्फी सरकार को भेजनी होगी। राज्य सरकार ने कहा कि अगर कोई सेल्फी भेजने में विफल रहता है तो ऐसे डिफॉल्टरों को घरों से हटाकर सामूहिक क्वारंटीन सेंटरों शिफ्ट कर दिया जाएगा।
इसके लिए वह स्वयं उत्तरदायी होंगे। अगर कोई सेल्फी नहीं भेजता है तो निगरानी टीम घर पहुंच जाएगी उन्हें दूसरी जगह पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। हालांकि ये छूट रात 10 बजे से लेकर सुबह सात बजे तक होगी। गौरतलब है कि राज्य में लॉकडाउन है और अभी तक राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 96 तक पहुंच गई है। वहीं राज्य में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि देशभर में कॉरोनोवायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1251 पहुंच गई है। इसके साथ ही 32 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 102 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।
Last Updated Mar 31, 2020, 12:30 PM IST