नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद अब पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ नाराजगी जाहिर होनी शुरू हो गई है। मुंबई के कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने साफ कहा कि पार्टी को वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। निरुपम ने सिंधिया की विदाई के बाद खुलकर बयान दिया है।

सिंधिया के पार्टी  छोड़ने के बाद कलह एक बार फिर उभर कर रही है। निरुपम ने कहा कि कि पार्टी को अपने सीनियर नेताओं को जबरन रिटायरमेंट दे देना चाहिए। क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी के कारण ही सिंधिया ने पार्टी को अलविदा कहा। निरुपम ने एक बार फिर राहुल गांधी को कमान सौंपे जाने की वकालत की। निरुपम को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। वहीं राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से इस्तीफा देने के बाद निरुपम कांग्रेस की राजनीति में अलग थलग पड़ गए हैं।

निरुपम ने सिंधिया की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक लोकप्रिय नेता होने के साथ ही अच्छे वक्ता रहे हैं। ऐसे में पार्टीसे उनका जाना कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान है। सिंधिया जा रहे हैं और इसकी जानकारी शीर्ष नेतृत्व को थी। लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने इसकी अनदेखी की। जिसके कारण सिंधिया ने पार्टीं को अलविदा कहा। निरुपम ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए था। निरुपम ने कहा कि राज्यों में इस तरह के मतभेद हैं और इसको खत्म करने के प्रयास किए जाने चाहिए और अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा।

निरुपम ने कांग्रेस आलाकमान पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में पार्टी पर किसी का कंट्रोल नहीं है। ऐसे में राहुल गांधी को सामने आना होगा और उन्हें फिर से पार्टी के अध्यक्ष का पद संभालना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के वयोवृद्ध नेताओं को जबरन रिटायरमेंट कर देना चाहिए।