आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके पाकिस्तान विदेशों से कर्च लेकर देश की अर्थव्यवस्था चला रहा है। भारत की सख्ती के बाद पाकिस्तान में खाद्य उत्पादों के भाव आसमान छूने लगे हैं। पाकिस्तान में टमाटर की कीमतों में जबरदस्त उछाल आने के बाद मिर्च की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। जिसके कारण वहां के लोगों में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है। वहीं इमरान सरकार ने टमाटर और मिर्च न बेचने वाले सब्जी विक्रेताओं पर जुर्माना लगाया है।

पाकिस्तान में मिर्च का कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है और वहां पर इसकी कीमत 400 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गयी हैं। जबकि टमाटर के दाम पहले से आसमान छू रहे हैं। पाकिस्तान में टमाटर के भाव 250 रुपये(पाकिस्तानी रुपया) प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। लिहाजा लोगों ने पिछले दिनों खाद्य उत्पादों की बाद वहां की जनता ने सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई थी। अब बाजार में टमाटर और मिर्च की कीमतों में उछाल आने के बाद छोटे सब्जी विक्रेताओं ने मिर्च और टमाटर को बेचना बंद कर दिया है।

लेकिन पाकिस्तान सरकार व्यापारियों पर इन दो सब्जियों को नहीं बेचने के चलते जुर्माना लगा रही है। असल में पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान भेजी जाने वाले वस्तुओं पर दो सौ फीसदी ड्यूटी बढ़ा दी थी। जिसके बाद वहां पर खाद्य उत्पादों की कीमतों में उछाल आया है। ऐसे में लोगों की थाली से टमाटर और मिर्च तकरीबन गायब हो गयी है। पाकिस्तान में खाना काफी तीखा खाया जाता है, लेकिन मिर्च के मंहगे होते ही पाकिस्तानियों की थाली से मिर्च गायब हो गयी है।

हालात ये हैं कि टमाटर के भाव पाकिस्तान में 250 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गये हैं और वहां की सब्जी की दुकानों से टमाटर धीरे-धीरे गायब हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके खरीदार काफी कम हो गए हैं। 

भारत से निर्यात होती है मिर्च

पाकिस्तान में मिर्च भारत से निर्यात की जाती है। लेकिन ड्यूटी बढ़ जाने के बाद ज्यादातर कारोबारी इसका निर्यात नहीं कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान में भी मिर्च का उत्पादन होता है लेकिन इस बार बारिश के कारण वहां पर फसल तबाह हो गयी है।

पाकिस्तान सरकार ने सब्जी विक्रेताओं पर लगाया जुर्माना

पाकिस्तान सरकार ने वहां पर सब्जी बेचने वाले कारोबारियों पर टमाटर और मिर्च न बेचने के लिए जुर्माना लगाया है। जबकि थोक मंडियों में मौजूद आढ़तियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सरकार ने टमाटर और मिर्च के लिए सरकारी कीमतें तय की हैं। लेकिन मंडियों में मिर्च की कीमत ज्यादा होने के कारण सब्जी बेचने वाले मिर्च और टमाटर नहीं बेच रहे हैं क्योंकि सरकारी दाम और थोक बाजार के भाव में काफी अंतर है।