केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के अहम रणनीतिकार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंचे हुए हैं। क्या डोवल किसी सीक्रेट मिशन के तहत घाटी के दौरे पर हैं। इस तरह के कई सवाल घाटी में नेताओं के जेहन में आ रहे हैं।

आमतौर पर सरकार को जब किसी बड़े मिशन को अंजाम देना होता है तो उससे पहले वहां पर स्थितियों का जाएजा लेने के लिए डोवल को जरूर भेजा जाता है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद डोवल का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है। डोवल ने अपने दौरे के दौरान राज्य के आला अफसरों से बैठक कर जाएजा लिया।

जानकारी के मुताबिक डोवल केन्द्र सरकार के स्पेशल मिशन के तहत कश्मीर गए हैं। क्योंकि कुछ दिन पहले ही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी कश्मीर के दौरे पर गए थे। इसके बाद डोवल का वहां जाना किसी खास रणनीति की तरफ इशारा कर रहा है। अमित शाह ने कुछ दिनों संसद में कहा था कि कश्मीर में 370 की धारा अस्थायी है।

लिहाजा कोई इस भ्रम में न रहे कि ये धारा नहीं हटाई जा सकती है। पिछले दिनों ही संसद में कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को आरक्षण दिया गया है। लिहाजा समझा जा रहा है कि डोवल के इस मिशन का असर आने वाले दिनों में केन्द्र सरकार के अहम फैसलों में देखा जाएगा।

डोवल ने कश्मीर में सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों के अफसरों से मुलाकात की है। फिलहाल डोवल के इस दौरे को टॉप सीक्रेट रखा गया था। यहां तक कि उनके श्रीनगर पहुंचने की जानकारी भी कुछ ही अफसरों को दी गयी थी। जानकारी के मुताबिक डोवल के साथ दिल्ली से आईबी के एक आला अफसर भी गए हैं जो आज उनके साथ दिल्ली वापस लौटेंगे। फिलहाल केन्द्र में दोबारा मोदी सरकार बनने के बाद डोवल का यह पहला घाटी दौरा है। फिलहाल उनके घाटी दौरे के बाद अनुच्छेद 370 व 35ए को हटाने को लेकर अटकलें तेज हो गईं।