कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण में तेजी से इजाफा हो रहा है।  राज्य में  पिछले एक महीने से कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी आई है। हालांकि राज्य की सीएम ममता बनर्जी इसके लिए प्रवासी और केन्द्र सरकार को जिम्मेदार बता रही हैं। जबकि लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के पीछे राज्य सरकार  की विफलता है।  हालांकि राज्य के डाक्टर और मेडिकल स्टॉफ भी राज्य सरकार पर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए संसाधन उपलब्ध न कराने का आरोप राज्य सरकार पर लगा चुके हैं।

राज्य में संक्रमित की संख्या रविवार को 5,000 के आंकड़े को पार कर गई। राज्य में कुल 5,130 मामले दर्ज किए गए हैं और अभी तक राज्य में 309 मौतें कोरोना से हुई हैं। वहीं राज्य में राज्य में अब तक 1,970 मरीज कोरोनोवायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। असल में राज्य में राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने के लिए प्रवासी और केन्द्र सरकार को जिम्मेदार बता रही है। राज्य सरकार का कहना है कि केन्द्र सरकार के कारण राज्य सरकार ने प्रवासियों को राज्य में आने के लिए अनुमति दी। जिसके कारण राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है।

5,000 से अधिक मामले वाले राज्य का हाल

देश में राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में अब तक 5,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8,617 तक पहुंच गई जबकि 193 मौतें लोगों की मौत कोरोना से हुई है वहीं 5,739 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं।

दूसरी ओर, मध्य प्रदेश ने अब तक 7,891 संक्रमण दर्ज किए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण से 343 लोगों की मौत हुई है जबकि 4,444 लोग ठीक हो गए हैं। मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 7,445 हो गई है। जबकि उत्तर प्रदेश में कोरोनोवायरस से 4,410 लोग ठीक हो गए हैं वहीं राज्य में 201 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। 

5000 हजार के कम वाले राज्य

बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले 5,000 अंकों की ओर बढ़ रहे है। राज्य में अभी तक 3,636 संक्रमित हैं जबकि कोरोना से 20 लोगों की मौत हुई है। वहीं आंध्र प्रदेश में 3,569 मामले सामने आए हैं जबकि राज्य में 60 लोग कोरोना से संक्रमण से मारे गए हैं। वहीं तेलंगाना, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, असम और हरियाणा ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना के मामले  3,000 के नीचे हैं। इसके अलावा केरल में 1,208 मामले हैं। वहीं झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा में लगभग 500 मामले दर्ज किए गए हैं। गोवा, पुडुचेरी, मेघालय, लद्दाख, नागालैंड और मणिपुर में 100 से कम मामले सामने आए हैं।