समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साझते हुए कहा है कि वह 'घुसपैठियों का समर्थन न करें'। 

दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर रखते हुए अखिलेश यादव महागठबंधन के लिए ममता बनर्जी समेत अन्य विपक्षी नेताओं को एकजुट करने में लगे हैं। इस दौरान महागठबंधन में सहयोगी मानी जानेवालीं ममता बनर्जी को एनआरसी नैशनल रजिस्टर सिटिजन (एनआरसी) के मुद्दे पर अखिलेश के परिवार से ही नसीहतें दी जाने लगी हैं हमारा मतलब अपर्णा यादव से है।  

अपर्णा यादव ने कहा, 'कानून रह रहे शरणार्थियों से किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। समस्या वहां पैदा होती है जो नियमों के विपरीत ढंग से देश में दाखिल हुए हैं। मुझे लगता है कि ममताजी को उन घुसपैठियों का समर्थन नहीं करना चाहिए जो गैर कानूनी ढंग से यहां रह रहे हैं। उन्हें इस पर विचार करना चाहिए, यह एक राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है।' 

बता दें कि असम में नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के पहले ड्राफ्ट में राज्य के करीब 40 लाख लोग हैं जिनको जगह नहीं मिली, जिसके कारण कई लोगों का भविष्य अंधेरे में लटका हुआ है।

यहां तक की बड़ी संख्या में लोगों ने दावा किया है कि सभी दस्तावेज देने और वेरिफिकेशन हो जाने के बाद भी उनका नाम ड्राफ्ट में शामिल नहीं है। कई लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए दोबारा इस प्रक्रिया से गुजरना बेहद कठिन है। पहली लिस्ट में 40 लाख लोगों के नाम नहीं होने पर ममता बनर्जी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। ममता का दावा है कि केंद्र सरकार खास तौर पर बंगाल से असम में रहने गए लोगों को लिस्ट से निकाल रही है।