कांग्रेस का सोशल मीडिया सेल अपनी ही पार्टी के लिए मुश्किल का कारण बन गया है। क्योंकि यहां काम करने वाली 28 साल की एक महिला के आरोपों ने धमाका कर दिया है। उसने पुलिस और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता ने कांग्रेस सोशल मीडिया टीम की चेयरपर्सन दिव्या स्पंदना और उनके नजदीकी सहयोगी चिराग पटनायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 
दिव्य स्पंदना पर जहां मामले की अनदेखी करने का इल्जाम है, वहीं पटनायक पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। ये हालात उस पार्टी के हैं, जिसके अध्यक्ष का दावा है कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

पीड़िता अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के पास 11 जून 2018 को शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुए उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बताया है।

इस बारे में प्राथमिकी(एफआईआर) दर्ज कर ली गई है। पीड़िता नौशीन हैदर (बदला हुआ नाम) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के शिकायत विभाग की चेयरपर्सन अर्चना डालमिया के पास भी 28 जून को गुहार लगाई है। जिसमें उन्होंने चिराग पटनायक की हरकतों के बारे में कुछ इस तरह खुलासा किया है-

'एक बार जब मैं अपनी कंप्यूटर पर व्यस्त थी, तभी चिराग पटनायक आए और ट्वीट चेक करने के बहाने मुझे अपने घेरे में ले लिया। उनका तरीका बेहद गलत और अनैतिक था'  

पीड़िता ने आगे बताया है कि “चिराग पटनायक उनके इतने नजदीक आ गए थे, कि वह उनकी सांसें तक महसूस कर रही थी। उनकी हरकतें बेहद घटिया और विचलित करने वाली थीं। उन्होंने मेरे हाथ और कंधों को जकड़ रखा जिससे मैं बेहद असहज महसूस कर रही थी”

पीड़िता एक दूसरी घटना के बारे में बताती हैं- “एक बार चिराग पटनायक और मैं दफ्तर में अगल-बगल बैठे हुए थे, हमारे बीच की दूरी मुश्किल से 1.2 मीटर रही होगी। हमारे बीच दराज जैसी छोटी मेज थी जिसपर पटनायक अपना पैर टिकाए हुए थे। लेकिन इस दौरान उनके जूतों की नोक मेरी ओर थी। ये तरीका बेहद अपमानजनक था। इस दौरान उनकी निगाहें लगातार मेरे जिस्म पर ही टिकी हुई थीं, जिससे मेरे सम्मान को चोट पहुंच रही थी। उनकी ऐसी हरकतें बर्दाश्त करना मेरे लिए रोजमर्रा की बात थी।”

पीड़िता ने बताया, कि चिराग पटनायक की ऐसी हरकतों के बारे में मैने दिव्य स्पंदना को बता दिया था, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।  

वह आगे बताती हैं- “मुझे मालूम था, कि पटनायक के पास किसी को भी दफ्तर से निकालने का अधिकार है, इसलिए मैं नौकरी जाने के डर से शुरुआत में उसकी हरकतों को बर्दाश्त करती रही,लेकिन 22 मई को जब मेरा समय पूरा होने लगा, तब मैंने उसकी गलत हरकतों का कड़ा विरोध करना शुरु कर दिया[sic]।”

नौशीन हैदर(बदला हुआ नाम) ने 5 मार्च को कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के साथ काम करने शुरु किया था। उनकी नियुक्ति “सोशल मीडिया मैनेजर” के रुप में हुई थी। उनकी जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल(@INCIndia) और उसके कम्यूनिकेशन हैंडल(@INCSandesh) को संभालने की थी।

वह सीधा दिव्या स्पंदना को रिपोर्ट करती थीं, लेकिन समन्वय की जिम्मेदारी पटनायक  के पास थी, जो कि “ऑफिस मैनेजमेन्ट का काम भी संभालते थे”। उत्पीड़न की ये घटना कांग्रेस के सोशल मीडिया हेडक्वार्टर के दफ्तर में हुई, जो कि गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर स्थित है।   

पीड़िता ने माई नेशन  को बताया कि यह लड़ाई मेरे और कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के बीच में है। इसे मेरे और पार्टी के बीच जंग के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। मैं चाहती हूं, कि गलती करने वाले को सजा मिले। ये मामला अब कांग्रेस आलाकमान के सामने है
पीड़िता ने दिव्य स्पंदना पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उनका कहना है, कि जब उन्होंने ये मामला स्पंदना के संज्ञान में लाया तो उन्होने कोई कार्रवाई नहीं की।

“मैंने 14 मई को दिव्या के पास उनके व्यवहार के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उन्होंने मेरी शिकायत सुनने से भी इनकार कर दिया और मामले को टालने के लिए मेरे काम और प्रदर्शन के बारे में बात करने लगीं।”

पीड़िता आगे बताती हैं कि “17 से 24 मई के बीच उन्हें बहुत ज्यादा मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ा। दिव्य स्पंदना जानती थीं कि वह परेशान चल रही हैं फिर भी उनका व्यवहार बेहद गलत रहा। वह मुझे ऑफिस ग्रुप में मैसेज करके सबके सामने मेरी बेइज्जती करती थीं, मेरी गलती न होने के बावजूद मुझे कुसूरवार ठहराया जाता था। मेरे काम करने के तरीके पर ऊंगली उठाई जाती थी। मैं बेहद परेशान हो गई थी, 23 मई को मैने धीरज खो दिया और उसके बाद दफ्तर जाना ही छोड़ दिया।”

उधर दिव्य स्पंदना ने एक बयान जारी करके दावा किया है, कि पार्टी के शिकायत विभाग को पीड़िता की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। उनका कहना है कि – “हम अपनी पूर्व सहयोगी से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं और इस मामले में उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।” उन्होंने अपने बयान के साथ अपनी टीम के 39 सदस्यों की दस्तखत वाला कागज भी दिया है, जो उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं।

दिव्य स्पंदना ने मीडिया के सामने दिए गए अपने बयान में बताती हैं- “उनकी पूर्व सहयोगी ने अपने निजी कारणों और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इस्तीफा दिया है, इस मामले से उनके किसी सहयोगी का कोई दखल नहीं है। उनके इस्तीफे में लिखा हुआ है कि मुझे यहां काम करना बेहद अच्छा लगा, इस मौके के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं”

लेकिन दिव्या स्पंदना के इस बयान को झुठलाते हुए पीड़िता का कहना है, कि चिराग पटनायक ने अपनी वरिष्ठता का फायदा उठाकर उनका यौन उत्पीड़न किया है।