हालांकि आईसीसी को टीम इंडिया की नई जर्सी पर कोई ऐतराज न हो, लेकिन देश के राजनैतिक दलों को नई जर्सी पर ऐतराज है। इसका सबसे बड़ा कारण जर्सी में भगवा रंग का होना। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह टीम इंडिया पर भी भगवा राजनीति कर रही है। इन राजनैतिक दलों का कहना है कि नई जर्सी के लिए भगवा रंग ही क्यों चुना गया है जबकि अन्य रंगों का चुनाव भी किया जा सकता था।

इंग्लैंड में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्‍ड कप चल रहा है। अभी तक भारत ने अपना अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत में राजनैतिक दलों को टीम इंडिया के प्रदर्शन की खुशी के बजाए उनकी नई जर्सी को लेकर ऐतराज है। हालांकि अभी तक टीम इंडिया ने इस जर्सी को नहीं पहना है। लेकिन सोशल मीडिया में नई जर्सी की फोटो आते ही इस पर राजनीति शुरू हो गयी है। इन नेताओं को इसमें भी बीजेपी की राजनीति नजर आ रही है।

क्योंकि भारत की टीम का नया रंग भगवा है। हालांकि ये पूरी तरह भगवा नहीं है। लेकिन कांग्रेस और एसपी के नेताओं के तर्क हैं कि भगवा के अलावा और रंग का भी प्रयोग किया जा सकता है। इन दलों का आरोप है कि बीसीसीआई ने केन्द्र की मोदी सरकार को खुश करने के लिए इस हंग को चुना है। फिलहाल बीजेपी विपक्ष के इन आरोपों का दरकिनार कर रही है।

समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी का कहना है कि मोदी सरकार पूरे देश को भगवा रंग में रंगना चाहती है। उन्होंने सवाल उठाया कि भगवा रंग ही क्यों लिया गया है। इसके अलावा और रंग भी लिए जा सकते थे। जबकि कांग्रेस के नेता नसीम खान ने कहा कि केन्द्र सरकार भगवाकरण की तरफ बढ़ रही है।

जबकि सच्चाई ये भी है कि ये रंग आईसीसी ने बीसीसीआई को भेजे थे। इसकी पुष्ठि आईसीसी ने भी है। आईसीसी का कहना है रंगों के लिए उनसे बीसीसीआई को प्रस्ताव भेजा था। अभी तक भारतीय खिलाड़ियों ने इस जर्सी का इस्तेमाल नहीं किया है। लेकिन 30 जून को भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले मैच में इस जर्सी का इस्तेमाल भारतीय खिलाड़ी करेंगे। फिलहाल ये जर्सी सोशल मीडिया पर छाई हुई है। भारतीय टीम के प्रशंसक इसकी तस्‍वीरें शेयर कर रहे हैं।