नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान अपने ही संक्रमित नागरिकों को लेकर साजिश कर रही है।  पाकिस्तान में कोरोना से मरने वालों की संख्या हजारों में पहुंच गई है। लेकिन पाकिस्तान की इमरान खान सरकार चीन की तरह पाकिस्तान में मौत  के आंकड़े को छिपा रही है। सच्चाई ये है कि पाकिस्तान में मेडिकल सुविधाओं का अभाव है। जिसके बाद देश में मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान की इमरान खान सरकार इन आंकड़ों को कम बता रही है।


पाकिस्तान में इमरान खान सरकार का दावा है कि देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 128 है। लेकिन पाकिस्तान सरकार के दावों के लेकर पाकिस्तान की जनता ही सवाल उठा रही है।  क्योंकि जिस तरह से पाकिस्तान के हालत हैं।  उसको देखते हुए लगता है कि पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या हजारों पार है। जाहिर है पाकिस्तान सरकार मौत के आंकड़ों को छिपा रही है।  पाकिस्तान के पास मेडिकल सुविधाएं भारत की तुलना में कम है। वहीं पाकिस्तान में भारत की तरह  लॉकडाउन को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है और उसके बाद भी इमरान सरकार दावा कर रही है कि देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 128 है।

पाकिस्तान से आ रही मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री ने मुराद अली शाह कहा कि सिंध में मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा। जो आंकड़े पेश किए जा रहे हैं वह बहुत कम हैं।  माना जा रहा है कि अपनी इज्जत बचाने के लिए इमरान सरकार है कि मरने वालों का आंकड़ा छिपा रही है।  वहीं इसके जरिए वह अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से दान चाहती हैं। लेकिन पाकिस्तान के मीडिया संस्थान लगातार इमरान सरकार की पोल खोल रहे हैं।


पाकिस्तान के एक मीडिया  संस्थान की रिपोर्ट में कहा गया है कि कराची के जिन्नाह पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर में महज 15 दिनों के भीतर 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं सिंध प्रांत में कहा जा रहा है कि यहां पर मरने वालों की संख्या 1000 से ज्यादा हो सकती है। जबकि पाकिस्तान सरकार महज 128 का दावा कर रही है। कुछ इस तरह का हाल पंजाब प्रांत का भी है। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यहां पर भी 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। पाकिस्तान के अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अभी तक पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 6871 है जबकि मृतकों की संख्या 128 बताई जा रही है।