पाकिस्तान में जोरों पर चर्चा है कि वहां पर सेना इमरान खान सरकार का तख्तापलट कर सकती है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने तख्ता पलट में बड़ी भूमिका निभाने वाली111 ब्रिगेड की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पाकिस्तान में माना जाता है कि 111 बिग्रेड का ही इस्तेमाल तख्तापटल के लिए ही किया जाता है। लिहाजा अब आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तानी सेना इसके लिए तैयार हो रही है।
नई दिल्ली। लगता है कि पाकिस्तानी सेना को पाकिस्तान में एक नया कठपुतली प्रधानमंत्री मिल गया है। महज एक साल में ही पाकिस्तानी सेना का इमरान खान की सरकार से मोहभंग हो गया है। लिहाजा पाकिस्तान में आज हालत पैदा हो गए हैं। उनको देखकर लगता है कि पाकिस्तान में जल्द ही तख्ता पलट हो सकता है। हालांकि पाकिस्तान में तख्ता पलट कोई नई बात नहीं है। ये पाकिस्तान का इतिहास रहा है और जो कभी भी दोहराया जा सकता है।
पाकिस्तान में जोरों पर चर्चा है कि वहां पर सेना इमरान खान सरकार का तख्तापलट कर सकती है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने तख्ता पलट में बड़ी भूमिका निभाने वाली111 ब्रिगेड की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पाकिस्तान में माना जाता है कि 111 बिग्रेड का ही इस्तेमाल तख्तापटल के लिए ही किया जाता है। लिहाजा अब आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तानी सेना इसके लिए तैयार हो रही है। दो दिन पहले ही सेना प्रमुख ने पाकिस्तान में कारोबारियों की बैठक बुलाई थी।
जिसमें कारोबारियों ने इमरान खान सरकार के खिलाफ जमकर आग उगली। जिसके बाद बाजवा ने कारोबारियों को विश्वास दिलाया कि जो वह चाहते हैं उन्हें वैसा ही माहौल दिया जाएगा। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब सेना प्रमुख ने व्यापारियों के साथ बैठक की हो। इस बैठक में किसी को नहीं बुलाया गया था और ये गुप्त बैठक कराची और रावलपिंडी में हुई थी। वहीं अब बाजवा ने 111 ब्रिगेड की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सभी सैनिकों से ड्यूटी पर वापस पहुंचने के लिए कहा गया है। ये ब्रिगेड पाकिस्तानी सेना के हेडक्वार्टर की गैरिसन ब्रिगेड है।
हालांकि सच्चाई ये भी है कि इमरान खान को पाकिस्तानी सेना ने ही गद्दी पर बिठाया था लेकिन अब पाकिस्तानी सेना इमरान खान से उकता गई है। इमरान खान अभी तक कश्मीर के मुद्दे पर किसी भी देश का समर्थन नहीं जुटा सके हैं। जिसको लेकर सेना नाराज है। जम्मू कश्मीर को लेकर पीएम इमरान खान पूरी दुनिया में एक्सपोज हो चुके हैं। लिहाजा माना जा रहा कि पाकिस्तानी सेना को कोई कठपुतली नेता मिल गया है जो इमरान खान की जगह को ले सकता है।
पाकिस्तान में पहली बार 1958 में सेना ने तख्तापलट किया था। जबकिं इस देश को बने महज 11 साल ही हुए थे। इसके बाद दूसरी बार भारत से करारी हार मिलने के बाद 1971 में पाकिस्तान में तख्तापलट हुआ था और तीसरी बार 1999 में कारगिल में भारत से हार मिलने के बाद आर्मी चीफ जनरल परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ की सरकार का तख्तापलट किया था।
Last Updated Oct 4, 2019, 9:40 AM IST