नई दिल्ली। बहुचर्चित निर्भया बलात्कार कांडे के दोषियों को फांसी देने के लिए मेरठ का पवन जल्लाद तिहाड़ जेल दिल्ली पहुंच गया। जिसके बाद तिहाड़ जेल में बंद कातिलों की सांस थमने लगी हैं। हालांकि दया याचिका के एक मामले पर आज फैसला होना है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो कल निर्भया के कातिलों को फांसी दे दी जाएगी। पवन जल्लाद तिहाड़ के गेस्ट हाउस में ठहरा है और आज मानवरूपी पुतलों को फांसी पर लटकाने के लिए प्रैक्टिस करेगा। वहीं जेल प्रशासन की तरफ से फांसी की तैयारियां पूरी हो गई हैं।

कल ही तिहाड़ जेल के अफसर मेरठ जेल पहुंचे और उन्होंने मेरठ जेल के अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय से मुलाकात की और इसके बाद वह अपने साथ पवन जल्लाद को साथ ले गए। माना जा रहा कि निर्भया के कातिलों को तीन मार्च को फांसी दी जा सकती है। हालांकि इन दोषियों को जनवरी में ही फांसी दी जानी थी। लेकिन दोषी  हमेशा कोई न कोई बहाना बनाकर इस लटकाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके कारण फांसी की तारीख बढ़ती जा रही हैं। राष्ट्रपति की तरफ से चारों कातिलों की दया याचिका को ठुकरा दिया गया है। लेकिन कातिलों के वकीलों के द्वारा इस मामले को खींचा जा रहा है।  

गौरतलब है कि तिहाड़ जेल ने इससे पहले पवन जल्लाद को 20 जनवरी को बुलाया गया था और उसे फांसी देने के लिए पुतलों ट्रेनिंग भी ली थी। लेकिन ऐन वक्त पर फांसी टल गई। अब तिहाड़ जेल को पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा जारी डेथ वारंट के आधार पर इन चारों दोषियों को तीन मार्च की सुबह फांसी दी जानी है। गौरतलब है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल के पास जल्लाद नहीं हैं। इसलिए मेरठ जेल से पवन जल्लाद को तिहाड़ बुलाया गया है। तिहाड़ के साथ ही हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, राजस्थान की जेलों में कोई जल्लाद नहीं है। वहीं उत्तर प्रदेश में मेरठ जेल में पवन और लखनऊ जेल में इलियास जल्लाद हैं।