पीडीपी पर निशाना साधते हुए पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता ने कहा, अगर महबूबा इतनी ही परेशान है तो उन्हें कोर्ट जाना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेगी, क्योंकि उनके पास संख्याबल नहीं है।
पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि कथित महागठबंधन बनाने का मकसद हमारी पार्टी के नेतृत्व वाले ‘तीसरे मोर्चे’ को सत्ता से बाहर रखना है। लोन पीडीपी छोड़कर आए इमरान अंसारी के साथ मीडिया के सामने आए।
उन्होंने कहा, पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू कश्मीर को अपनी जागीर समझ रखा है और वे कभी किसी अन्य संगठन को उभरने नहीं देंगे।
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व्हॉट्सएप संदेश के माध्यम से अपने दावे का पत्र भेजने वाले लोन ने पीडीपी अध्यक्ष को सदन में बहुमत साबित करने की चुनौती दी। उन्होंने पीडीपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर महबूबा मुफ्ती विधानसभा भंग किए जाने से इतनी ही परेशान है तो उन्हें कोर्ट जाना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगी, क्योंकि उनके पास संख्याबल नहीं हैं। हालांकि उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे मौका दिया जाता तो बहुमत साबित कर लेता।’ राज्यपाल ने असेंबली भंग कर दी तो हम चुनाव के लिए भी तैयार हैं।
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उन्होंने कहा, ‘भाजपा के साथ गठजोड़ करने पर मुझ पर सवाल खड़ा किया गया है। यह कोई अपराध नहीं है। भाजपा के साथ जुड़ने की प्रक्रिया उमर अब्दुल्ला के समय से शुरू हो गई थी, जो वाजपेयी सरकार के पोस्टर ब्वॉय थे।’लोन ने कहा, ‘महबूबा जी के बारे में क्या कहें, वह केवल भाजपा की मदद से तीन साल सत्ता में रहीं।’
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने राज्य विधानसभा को बुधवार रात को अचानक से भंग कर दिया था। कुछ घंटे पहले ही पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस की मदद से सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उधर, दो सदस्यों वाली पीपुल्स कांफ्रेंस ने भाजपा का और अन्य दलों के 18 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया।
Last Updated Nov 23, 2018, 10:54 PM IST