वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर काशी में है इस दौरान उन्होंने 23 फरवरी को सुबह बीएचयू पहुंचे प्रधानमंत्री ने सबसे पहले सभी काशी वालेन का हमार प्रणाम बोलकर शुरुआत की। उन्होंने कहा कि विद्वान और ज्ञान की नगरी में चौतरफा विकास कर हो रहा है, क्योंकि देश की आस्था का केंद्र बिंदु ही नहीं काशी शाश्वत चेतना का जागृत केंद्र भी है। यहां के विकास कार्यों के लिए हम सब तो एक निमित्र मात्र हैं। असलियत में सारे काम तो यहां महादेव और उनके गण करते हैं। क्योंकि कहा गया है "जेहर महादेव की कृपा हो जाला, उधर के धरती ऐसे ही समृद्ध हो जाली।" उन्होंने कहा कि काशी सर्व विद्या की राजधानी है। प्रधानमंत्री ने बीएचयू में सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के टॉपर्स को सर्टिफिकेट बांटे इसके बाद उन्होंने कहा कि भगवान शंकर के आशीर्वाद से काशी में चारों ओर विकास का डमरू बाज रहा है। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत रविदास मंदिर पहुंचे और दर्शन पूजन के साथ ही जनसभा को संबोधित किया।
 

संत रविदास की 25 फीट की प्रतिमा का लोकार्पण, कहा, परिवारवादी किसी का विकास नहीं चाहते, इनसे बचने की जरूरत
पीएम मोदी ने 2016 में भी शेर गोवर्धनपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संत रविदास की 25 फीट की मूर्ति का अनावरण किया। काशी की धरती से उन्होंने पूरे पूर्वांचल को 13202 करोड रुपए की सौगात दी है। संत रविदास की जन्मस्थली पर उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि परिवारवादी किसी का विकास नहीं चाहते हैं। कहां इंडिया गठबंधन जातिवाद की राजनीति कर रहा है। जात पात मानवता को नुकसान पहुंचा रहा है। इंडिया गठबंधन भेदभाव फैलता है। जात पात के भेद में उलझाया जा रहा है। जातिवाद की मानसिकता से बचना है। तोड़ने बांटने वालों से बचना है। परिवारवादी किसी का विकास नहीं चाहते। ज्यादातर लोग जात-पात के भेद में उलझे रहते हैं। संतों की वाणी हमें रास्ता भी दिखती है और सावधान भी करती है। परिवारवादी पार्टियों की एक और पहचान है कि यह लोग अपने परिवार के अलावा किसी भी दलित, पिछड़े वर्ग के व्यक्ति को बड़े पदों पर बैठा नही देखना चाहते।


 

80 करोड़ लोगो को मुफ्त भोजन कोरोना काल से दिया जा रहा
उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियों को चुनाव के समय दलित पिछड़ा आदिवासी याद आता है। बाकी समय में यह अपने परिवार के लोगों को ही आगे बढ़ाते हैं। इनसे बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहले जिस गरीब को सबसे छोटा समझ जाता था, आज सारी योजनाएं उसी के लिए बनाई जा रही हैं। कोरोना कल में हमने 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त भोजन दिया। इतनी बड़ी योजना पूरे विश्व में किसी भी देश में नहीं चल रही है। जिसे आज भी बंद नहीं किया गया है। मोदी ने कहा कि पहले खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था। जिसे सबसे ज्यादा परेशानी गरीब, दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों को होती थी। 5 साल से कम समय में हमने हर घर में पानी पहुंचा दिया है।
 

पीएम ने कहा रविदास जी ने समरसता की शिक्षा दी
करोड़ों गरीबों तक आयुष्मान कार्ड पहुंचा दिया गया है।क्योंकि लाज सब की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार संत रविदास के विचारों को ही आगे बढ़ा रही है। रविदास जी ने समरसता की शिक्षा दी। सामान्य वंचित समाज को प्राथमिकता देने से ही आती है। जो लोग विकास के मुख्य धारा से ज्यादा दूर हो गए थे, उन्हें पिछले 10 साल में केंद्र में रखकर काम किया गया है। उन्होंने कहा कि संत रविदास उसे भक्ति आंदोलन के प्रणेता थे। जिन्होंने कमजोर समय में काफी मजबूती से काम किया। वह एक ऐसे संत हैं जिन्हें पंथ धर्म विचारधारा में नहीं बनता जा सकता। इस दौरान पीएम मोदी ने रविदास जयंती की भूमि पर कई करोड़ योजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यहा पर इंटरलॉकिंग, मंदिर, भजन, लंगर की व्यवस्था आदि के लिए निर्माण किया गया। भक्तों को यहां पर आध्यात्मिक सुख के साथ ही अच्छी सुविधा भी मिलेगी।
 

बाबा साहब के चारो तीर्थ को हमारी सरकार ने जोड़ा: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर के चारो तीर्थ को जोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है। काशी की धरती ने विकास को लेकर अद्भुत मिसाल कायम की है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। सीएम योगी ने कहा कि रविदास संग्रहालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने पूरे प्रदेश की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।

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