वाराणसी--प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने गंगा पर बने नेशनल वॉटरवे-1 के मल्टी मॉडल टर्मिनल (बंदरगाह) की शुरुआत की। इस मौके पर उनके साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे। इसके अलावा पीएम मोदी काशी को 2413 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।

इस दौरान मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, काशी के लोग इस बात के साक्षी हैं कि चार साल पहले जब मैंने बनारस और हल्दिया को जल मार्ग से कनेक्ट करने का विचार रखा था, तो किस तरह से इसका मजाक उड़ाया गया था। थो कलकत्ता से आए जहाज ने आलोचना करने वालों को जवाब दे दिया है। 

जनसभा को भी संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वाराणसी और देश, विकास के उस कार्य का गवाह बना है, जो दशकों पहले हो जाना चाहिए था। पीएम मोदी ने कहा कि देश ने जो सपना देखा था वो आज साकार हुआ है।

उन्होंने कहा कि बाबतपुर हवाई अड्डे से शहर को जोड़ने वाली सड़क, रिंग रोड, कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने से जुड़ी परियोजना, मां गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के प्रयासों को बल देने वाली अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है।

नमामि गंगे परियोजना के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा कि, नमामि गंगे मिशन के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। गंगा के किनारे के करीब-करीब सारे गांव अब खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। ये प्रोजेक्ट्स गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा को अविरल, निर्मल बनाने के हमारे संकल्प का हिस्सा हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्था, पवित्रता के पर्व छठ की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे दीपावली के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन करने का अवसर मिला। अब बाबा विश्वनाथ की नगरी में आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। 

इसके बाद पीएम बाबतपुर से वाजिदपुर जनसभा स्थल तक लगभग 12 किलोमीटर तक रोड शो भी करेंगे. यहां जनसभा को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी वाजिदपुर हरहुआ फ्लाईओवर के रास्ते एयरपोर्ट जाएंगे जो अभी तक आम जनता के लिए नहीं खुला था. पीएम मोदी आज कुल 10 परियोजनाओं का लोकार्पण और 7 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे.

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय 812.59 करोड़ की लागत से बनने वाले राजमार्ग-56 के बाबतपुर से वाराणसी तक चार लेन चौड़ीकरण के कार्य, वाराणसी रिंग रोड फेज-1 (759.36 करोड़), आईडब्ल्यूटी मल्टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण (208 करोड़) , सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट (186.48 करोड़) समेत विभिन्‍न परियोजनाओं का लोकार्पण किया।

मोदी 'इंटरसेप्शन डाइवर्जन ऑफ ड्रेन एंड ट्रीटमेंट वर्क एट रामनगर-वाराणसी', किला कटरिया मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, पूर्व राष्ट्रीय मार्ग संख्या-7 पड़ाव रामनगर (टेगरा मोड़) मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, लहरतारा-काशी हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय मार्ग पर उपरिगामी फुटपाथ का निर्माण, वाराणसी में हेलीपोर्ट का निर्माण, ड्राइवर प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना कार्य आदि परियोजनाओं का शिलान्‍यास किया.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम

प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए 15 आईपीएस, 20 एएसपी, 42 डिप्टी एसपी,16 इंस्पेक्टर, 521 सब इंस्पेक्टर, 610 हेडकांस्टेबल, 2225 सिपाही, 250 होमगार्ड्स, 48 महिला एसआई, 180 महिला सिपाही, समेत छह कंपनी पीएससी, सात कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई थी.

प्रधानमंत्री जिस मल्‍टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन किया, वह परिवहन के सस्‍ते और पर्यावरण के प्रति मित्रवत साधन के रूप में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने की महत्‍वाकांक्षी परियोजना का हिस्‍सा है. यह गंगा नदी पर बने पहले 3 ऐसे टर्मिनल में से है.

‘जल मार्ग विकास परियोजना’ के तहत बने इस टर्मिनल को हल्दिया-वाराणसी के बीच राष्‍ट्रीय जलमार्ग-1 पर विकसित किया गया. विश्‍व बैंक के वित्‍तीय तथा तकनीकी सहयोग से 5369.18 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले इस टर्मिनल के जरिये 1500 से 2000 टन के बड़े जहाजों की भी आवाजाही मुमकिन हो सकेगी.

इस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ केन्‍द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री कोलकाता से गत 30 अक्‍टूबर को पेप्‍सीको का माल लेकर वाराणसी आने वाले देश के पहले कंटेनर जहाज की आमद के गवाह भी बने।