नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट के बीच और ठंड की दस्तक के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी त्योहारों और अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखते हुए कोविड-19 से निपटने के लिए लोगों को जागरूर करने के लिए ट्विटर पर एक 'जन आंदोलन' की शुरुआत की। उन्होंने इसके जरिए लोगों को संदेश दिया है। क्योंकि देश में कोरोना के मामलों में अभी गिरावट नहीं आई है और रोजाना 60 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने  आ रहे हैं। हालांकि देश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

पीएम नरेन्द्र मोदी ने संदेश देकर लोगों से आग्रह किया कि जब तक कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनती है तब तक उन्हें हर सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके लिए ढिलाई नहीं करनी चाहिए।  सबको कोरोना वायरस से बचने की जरूरत है। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हाथ धोएं बार-बार। सही से मास्क पहनें। निभाएं दो गज की दूरी। जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।' हालांकि इससे  पहले भी पीएम मोदी लोगों को कोरोना से निपटने के लिए नियमों का पालन करने का आग्रह कर चुके हैं। वहीं अपने संदेश में पीएम मोदी ने बचाव संबंधी संदेशों के साथ तस्वीरें भी साझा कीं हैं और वह खुद गमछा लपेटे हुए हैं। अपने संदेश के जरिए पीएम मोदी हाथ जोड़कर लोगों से बचाव का आग्रह कर रहे हैं। इसके लिए इस अभियान को धार देने के लिए उन्होंने 'यूनाइट टू फाइट कोरोना' को सोशल मीडिया में हैशटैग का भी उपयोग किया।

पीएम मोदी ने कहा कि हम सब मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ सफलता हासिल करेंगे और इस वायरस के खिलाफ लड़ाई को जीतेंगे।  उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है जिसे कोरोना योद्धाओं से मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई की इस गति को बरकरार रखने की जरूरत है और इस घातक वायरस से लोगों की रक्षा करनी है।  गौरतलब है कि बुधवार को ही सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री मोदी कोविड-19 से निपटने के लिए  ट्विटर पर 'जन आंदोलन' अभियान शुरू करेंगे।