प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले रहे हैं। शपथ समारोह के लिए जहां प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल बिम्सटेक देशों को निमंत्रण दिया है वहीं एक बार फिर नई सरकार के गठन के तुरंत बाद प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं का सिलसिला शुरू हो रहा है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक जून के पहले हफ्ते से लेकर अगस्त तक प्रधानमंत्री का विदेश मामलों को लेकर बेहद व्यस्त कार्यक्रम हैं। हालांकि इन यात्राओं के बीच पीएम बजट सत्र के दौरान संसद में मौजूद रहेंगे।

विदेश मंत्रालय के मुताबिक नए कार्यकाल की शुरुआत करने के तुरंत बाद 7-8 जून को प्रधानमंत्री मालदीव की यात्रा पर जा रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नवंबर 2018 में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। जिसके फौरन बाद दिसंबर में राष्ट्रपति सोलिह का भारत आगमन हुआ था।

मालदीव यात्रा से लौटने के बाद एक हफ्ते के अंदर प्रधानमंत्री मोदी संघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के समिट में किर्गिस्तान की राजधानी बिशेक जा रहे हैं। मोदी 13-14 जून को बिशेक में रहेंगे। 

यहां से लौटने के बाद जून के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात प्रस्तावित  है। ट्रंप से यह मुलाकात जी-20 शिकर सम्मेलन के दौरान 28-29 जून को हो रही है। जी-20 सम्मेलन ओसाका, जापान में आयोजित की जा रही है। 

गौरतलब है कि इस मुलाकात की सहमति दोनो नेताओं के बीच तब बनी जब लोकसभा चुनावों में भारी जीत के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बधाई देने के लिए पीएम मोदी को फोन किया था। खासबात है कि इस वार्ता के दौरान ट्रंप ने मोदी से कहा था कि इस जीत के बाद दोनों अमेरिका और भारत को आपसी रिश्तों में अहम मुद्दों पर वार्ता करनी है।

वहीं अपनी विदेश नीति पर काम की शुरुआत प्रधानमंत्री शपथ लेने के साथ ही शुरू कर रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत आए बिम्सटेक देशों के प्रमुखों से पीएम मोदी वार्ता करेंगे. वहीं विदेश मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी है कि साल के अंत तक प्रधानमंत्री मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी भारत यात्रा के दौरान मुलाकात करेंगे।