अमरोहा. चार दिन पहले संभल में दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हुए तीन कैदियों में से एक को पुलिस ने शनिवार रात अमरोहा में हुए मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मारे गए कैदी का नाम कमल है। इस मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 


दरअसल तीन बदमाशों के फरार होने के बाद संभल जिले की सीमा से सटे इलाकों में अमरोहा पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया था। इसके मद्देनजर शनिवार देर शाम आदमपुर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इस बीच बाइक पर दो लोग आते दिखाई दिए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने जब इनका पीछा किया तो दोनों इमरतपुर शेरगढ़ गांव के जंगल की ओर भाग निकले। जहां पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया। 

पुलिस से घिर जाने के बाद बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान रहरा चौकी पर तैनात सिपाही प्रवीण को गोली लग गई। वहीं पुलिस की फायरिंग में एक बदमाश भी घायल हो गया। घायल सिपाही और बदमाश को रहरा सीएचसी लाया गया। जहां से दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल लाते समय बदमाश की मौत हो गई।

17 अप्रैल की शाम 5.20 बजे से सम्भल जनपद के बनियाठेर थाना इलाके में दो सिपाही हरेंद्र और ब्रजपाल की हत्या कर तीन बदमाश बंदी वाहन से भाग निकले थे। बदमाशों ने एक सिपाही की थ्री नॉट थ्री की रायफल भी लूट ली थी। इसके बाद पुलिस की दस टीमें गठित हुई। एडीजी बरेली अविनाश चंद के अलावा आइजी एसटीएफ अमिताभ यश और आइजी मुरादाबाद रमित शर्मा के साथ पुलिस अफसर जुटे थे। 

घटना के बाद मुख्‍यमंत्री योगी ने इस वारदात में शहीद हुए दोनों पुलिसकर्मियों के परिजन को 50-50 लाख रुपए की सहायता और प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी दिए जाने के भी आदेश दिए थे।