साल 2014 का चुनाव भारतीय राजनीति में हर लिहाज से अलग था। रणनीतिक कौशल के दम पर लड़े गए इस चुनाव के बाद देश में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। अब 2019 के लोकसभा चुनाव में एक साल से कम का समय रह गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, क्या राहुल गांधी पीएम मोदी को टक्कर दे पाएंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का कार्यकाल अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। मोदी को एक बार फिर जनता की अदालत में जाना है। उन्हें अपनी सरकार के किए कार्यों के आधार पर जनता से वोट मांगने हैं। भाजपा के लिए 2014 के लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने में प्रशांत किशोर ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वह पार्टी से अलग हो गए। अब ऐसी खबरें हैं कि वह फिर भाजपा के लिए फिर चुनावी रणनीति बनाना चाहते हैं।
इसी के मद्देनजर प्रशांत किशोर ने अपनी वेबसाइट के जरिये पीएम पद के चेहरे के लिए सर्वे कराया। उन्होंने जनता की नब्ज टटोली कि वह अगले पीएम के तौर पर किसे देखना चाहती है? इस पोल के नतीजे चौंकाने वाले रहे हैं। यह सर्वे राहुल गांधी का नाम पीएम के उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के लिए निराश करने वाला है, क्योंकि चार साल बाद भी पीएम मोदी देश के सबसे लोकप्रिय बने हुए हैं। सर्वे के अभी तक के नतीजों के अनुसार, ज्यादातर लोग चाहते हैं कि 2019 में एक बार फिर से मोदी ही प्रधानमंत्री बनें। अभी तक के सर्वे में पीएम मोदी को देश की 36.2 प्रतिशत जनता का साथ मिला है। राहुल गांधी पर सिर्फ 21.4 प्रतिशत लोगों ने भरोसा जताया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को 9.7 प्रतिशत लोगों ने अपनी पहली पसंद बताया है। ममता बनर्जी और नीतीश कुमार क्रमशः चौथे और पांचवे स्थान पर हैं।
सबसे लोकप्रिय नेता को वोट देने से पहले एजेंडा चुनना जरूरी है। इसमें देश के 18 प्रमुख मुद्दों को जगह दी गई है। एक यूजर अधिकतम 10 मुद्दों को चुन सकता है। इनमें मजदूरों के मुद्दे, स्वास्थ्य, किसानों की समस्या, आदिवासियों की समस्या, शिक्षा, सांप्रदायिक एकता, आर्थिक समानता और महिला सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं। सर्वे में ज्यादातर लोगों ने छात्रों की समस्याओं को प्रमुख मुद्दा माना है। ये सर्वे 14 अगस्त तक चलेगा और 15 अगस्त को इसका परिणाम घोषित किया जाएगा।
Last Updated Jul 25, 2018, 7:24 PM IST