लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए प्रचार शुक्रवार को खत्म हो गया है। अब अंतिम चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने जा रहे हैं। पीएम मोदी का वहां प्रवास का कार्यक्रम है। पीएम मोदी बद्रीनाथ के दर्शन के लिए भी जाएंगे। नतीजों से पहले पीएम मोदी केदारनाथ की एक गुफा में ध्यान लगाएंगे। 

यह गुफा केदारनाथ मंदिर परिसर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर बनी है। इसकी ऊंचाई करीब 12,250 फीट है। केदारनाथ ने पुनर्निर्माण का विकास कार्य शुरू करने के बाद पीएम मोदी ने ही केदारनाथ में इस गुफा बनाने के निर्देश दिए थे। इसे रुद्र गुफा नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री केदारनाथ पहुंचने के बाद शाम के समय गुफा में ध्यान करेंगे। इसके लिए सभी तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 

यह दूसरा अवसर होगा जब पीएम मोदी केदारनाथ में ध्यान लगाएंगे। इससे पहले युवा नरेंद्र मोदी ने गुरुड़चट्टी में काफी समय बिताया था। उन्होंने यहां आधात्यमिक साधना की थी। 

पीएम मोदी शिव के अनन्य भक्त हैं। एक ओर वह शिव की नगरी कही जाने वाली काशी यानी वाराणसी से सांसद हैं। वहीं दूसरी ओर वह निरंतर केदारनाथ जाते रहते हैं। पीएम बनने के बाद वह पिछले दो साल में तीन बार केदारनाथ धाम के दर्शनों के लिए जा चुके हैं। पीएम पहली बार तीन मई 2017 को केदारनाथ पहुंचे थे।  इसके बाद प्रधानमंत्री 20 अक्टूबर 2017 को केदारनाथ पहुंचे। सात नवंबर 2018 को दिवाली के मौके पर भी पीएम केदारनाथ पहुंचे थे। 

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केदारनाथ में पीएम मोदी रुद्रमहाभिषेक पूजा और शाम की आरती में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। वह अपने पांच साल के कार्यकाल में कई बार केदारनाथ और बदरीनाथ जा चुके हैं। राजनीति में आने से पहले उन्होंने आध्यात्म की खोज में उत्तराखंड में काफी समय बिताया था। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2017 में केदारनाथ में पांच योजनाओं का शिलान्यास किया था। उस समय उन्होंने योग, साधना और आध्यात्म के लिए केदारपुरी में गुफाओं के निर्माण की भी बात कही थी। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने रुद्र गुफा का निर्माण किया है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद समय-समय पर केदारनाथ में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं।