अगले चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश होने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने ठाकुरनगर में एक रैली को संबोधित किया और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी पर जमकर हमले किए। पीएम को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंगाल में सियासी फिजा करवट ले रही है। 

पीएम मोदी ने रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर कहा, उन्‍हें यह समझ आ गया है कि 'दीदी' हिंसा पर क्यों उतर आई हैं। उन्‍होंने कहा कि हमारे प्रति बंगाल की जनता के प्यार से डरकर लोकतंत्र के बचाव का नाटक करने वाले लोग निर्दोष लोगों की हत्या करने पर तुले हुए हैं। प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ इतनी ज्‍यादा थी कि किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए उन्‍होंने अपना भाषण भी जल्दी खत्म कर दिया। 

दरअसल, पीएम मोदी को सुनने के लिए उमड़ी भीड़ में उत्साह इतना ज्यादा था कि धक्‍का-मुक्‍की होने लगी। पीएम मोदी ने कहा कि कार्यकर्ताओं के उत्‍साह से यह जगह कम पड़ गई और मैदान छोटा पड़ गया। इससे लोगों को असुविधा हो रही है। 

इससे पहले, बंगाल में पार्टी के लोकसभा चुनाव अभियान का आगाज करते हुए पीएम ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमले किए। बंगाल में पिछले कुछ समय से भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा में तेजी आई है। 

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'यह देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद भी अनेक दशकों तक गांवों की स्थिति पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना देना चाहिए था। यहां पश्चिम बंगाल में तो स्थिति और भी खराब है। हमारी सरकार हालात बदलने की कोशिश कर रही है। यहां की सरकारों ने कभी भी गांवों की तरफ ध्‍यान नहीं दिया। जो बीत गया सो बीत गया। नया भारत इस स्थिति में नहीं रह सकता है। साढ़े चार सालों से केंद्र की सरकार इस स्थिति को बदलने की ईमानदार कोशिश कर रही है।'

पीएम ने बजट में गरीब, असंगठित क्षेत्र के मजदूर और निम्न मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए की गई घोषणाओं का खासतौर पर जिक्र किया। पीएम ने कहा, बजट में जो घोषणाएं की गई है उनसे देश के 12 करोड़ से ज्यादा छोटे किसान परिवारों, 30-40 करोड़ श्रमिकों, मजदूर भाई-बहनों और 3 करोड़ से अधिक मध्यम वर्ग के परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।