प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में जिस रास्ते से एयरपोर्ट तक जाते हैं उसमें बदलाव किया जा सकता है ऐसा उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा एजेंसियां ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा चल रहे निर्माण को देखते हुए लिया है। एजेंसिया इसको लेकर खाका तैयार कर रहीं है।

प्रधानमंत्री के आने जाने के लिए नए मार्ग की आवश्यकता इस लिए हो रही है क्योंकि सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री को उस मार्ग से लेकर नहीं जा सकती जहां पर सड़क खराब हो और उस पर निर्माणकार्य चल रहा हो। सुरक्षा एंजेंसियां प्रधानमंत्री की सुरक्षा की संवेदनशिलता को देखते हुए जो भी संभव हो वह बदलाव कर सकती हैं।

प्रधानमंत्री के रुट के लिए जो मानचित्र बनाया जा रहा है उसमें सबसे बड़ी समस्या है कि यह बहुत ही व्यस्त रहता है। इस लिए आम लोगों की परेशानी को ध्यान में रखकर एजेंसियां इस रोड का उपयोग करने से बचना चाहती हैं। क्योंकि प्रधानमंत्री जीस रास्ते से जाते हैं उसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है।

फिलहाल पीएम का रुट वहीं होगा जो स्थानिय पुलिस जिस पर सुरक्षा को लेकर संतुष्ट होगी। साथ ही एसपीजी उस रास्ते से जाने को लेकर अपनी रजामंदी देगी। साथ ही जिस रास्ते से जाने पर आम लोगों को कम से कम परेशानी हो।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि "हवाईअड्डा तक जाने वाले रास्ते की दुरी को कम करने के लिए एनएचएआई काम कर रही है लेकिन यही परेशानी का प्रमुख कारण हैं क्योंकि जहां पर निर्माणकार्य चल रहा है वह प्रधानमंत्री के आने जाने वाले रास्ते के करीब है। यह मार्ग सुरक्षा की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूरण है।

एनएचएआई हवाईअड्डा जाने वाले मार्ग सुगम बनाने के लिए एनएच -8 की सड़क को चौड़ा कर रहा है। इस मार्ग के बन जाने के बाद हवाई अड्डा जाने वाले मार्ग पर भीड़ काफी हद तक कम हो जाएगी। परियोजना से जुड़े एक एनएचएआई अधिकारी ने बताया कि, हमारे पास काम करने के लिए पहले से ही बहुत कम समय है और ऐसे में सुरक्षा के कारण हमें काम रोकना पड़ा तो काफी समय लग जाएगा।

वहीं सूत्रों का दावा है कि कुछ आतंकवादी संगठन प्रधानमंत्री पर हमले के फिराक में हैं। और इस बात का खतरा है की आतंकी प्रधानमंत्री पर हमले के लिए भारी वाहन या तेल के टैंकर का उपयोग कर सकते हैं। इसलिए यह जरुरी है कि जब उस रास्ते से पीएम गुजरे तो उस रास्ते से सभी बड़े वाहन और तेल के टैंकर को हटा दिया जाए। साथ ही सभी उस रास्ते में हो रहे सभी निर्माणकार्य को बंद कर दिया जाए।