फिलहाल राजस्थान में प्रियंका के एक ट्वीट के बाद एसआईटी के गठन पर भी चर्चा हो रही है। क्योंकि कोर्ट के सामने जो भी सबूत रखे गए थे उसके आधार पर कोर्ट ने आरोपियों को बरी किया है, ये सबूत पुलिस ने कोर्ट में पेश किए थे। लिहाजा राज्य में फिर से एसआईटी के गठन पर ही सवाल उठने लगे हैं।
जयपुर। राजस्थान सरकार में गांधी परिवार का दबदबा इसी बात से समझा जा सकता है कि पहलू खान मॉब लिंचिंग केस में प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट के बाद राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने इस मामले में फिर से एसआईटी का गठन कर दिया है। कल ही इस केस में सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव से बरी कर दिया गया था। जिसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाया था।
आज राजस्थान सरकार ने पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए एसआईटी का गठन किया है। जो इस मामले में फिर से जांच करेगी और सभी सबूतों की फिर से पड़ताल कर कोर्ट के सामने पेश करेगी और कोर्ट से इस मामले को फिर से रीओपन करने की मांग करेगी।
फिलहाल राजस्थान में प्रियंका के एक ट्वीट के बाद एसआईटी के गठन पर भी चर्चा हो रही है। क्योंकि कोर्ट के सामने जो भी सबूत रखे गए थे उसके आधार पर कोर्ट ने आरोपियों को बरी किया है, ये सबूत पुलिस ने कोर्ट में पेश किए थे। लिहाजा राज्य में फिर से एसआईटी के गठन पर ही सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि 2017 में राजस्थान के अलवर जिले बहरोड में हुए मॉब लिंचिंग मामले में पहलू खान नाम का व्यक्ति मारा गया था। जिसके बाद लोगों का कहना है पहलू खान एक गौ तस्कर था और वह पशुओं की चोरी करते हुए पकड़ा गया था। फिलहाल गुरुवार को कोर्ट ने सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव से बरी कर दिया था।
इस मामले पर कोर्ट के फैसला आने पर कांग्रेस महासचिव ने आश्चर्य व्यक्त किया था। उन्होंने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए थे। फिलहाल प्रियंका के कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाने पर प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि बिहार में उनके खिलाफ आपराधिक रिपोर्ट दर्ज की गई है।
Last Updated Aug 16, 2019, 8:35 PM IST