नई दिल्ली। कांग्रेस की महासचिव और सोनिया गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी ने अपना लोधी स्टेस स्थित सरकारी बंगले को बचाने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार का दरवाजा खटखटाया था। इसका दावा केंद्रीय आवास मंत्री हरदीप पुरी ने अपने ट्वीट के जरिए किया है। उन्होंने दावा किया है कि प्रियंका ने इस बंगले को किसी कांग्रेस के सांसद के नाम एलॉट करने की मांग कांग्रेस के एक ताकतवर नेता ने की थी। ताकि इस बंगला में प्रियंका गांधी रह सकें। हालांकि प्रियंका गांधी ने मोदी कैबिनेट मंत्री पुरी के दावे को खारिज किया है।

असल में केन्द्र सरकार ने पिछले महीने प्रियंका गांधी को अभी तक आवंटित 35, लोधी स्टेट के बंगले को खाली करने का नोटिस दिया था। प्रियंका गांधी ने इस महीने के आखिर तक बंगले को खाली करने की बात कही थी। वहीं इसी बीच केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने दावा किया है कि एक वरिष्ठ कांग्रेस के नेता ने प्रियंका गांधी वाड्रा का सरकारी आवास किसी कांग्रेसी सांसद को आवंटित करने की मांग की थी।

असल में मीडिया में खबर आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रियंका गांधी वाड्रा को सरकारी बंगले में और कुछ समय तक रहने की इजाजत दे दी है। क्योंकि प्रियंका ने सरकारी बंगले में और कुछ समय तक रहने की अनुमति सरकार से मांगी थी। लेकिन अब इस खबर पर प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है कि ये खबर फर्जी है और उन्होंने ऐसा कोई अनुरोध सरकार से नहीं किया था।

प्रियंका गांधी ने कहा कि वह 1 अगस्त तक अपने 35, लोधी स्टेट स्थित सरकारी बंगले को  खाली कर देंगी। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान को रिट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने दावा किया है कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ और ताकतवर नेता ने उन्हें 4 जुलाई 2020 को दोपहर 12:05 बजे इस बंगले को लेकर अनुरोध किया था। पुरी का कहा है कि कांग्रेस के नेता ने 35, लोधी स्टेट को एक अन्य कांग्रेस सांसद को आवंटित करने की मांग की थी ताकि प्रियंका गांधी उस बंगले में रह सकें। लेकिन