नई दिल्ली। पुलवामा में भारतीय जवानों पर हुए आतंकी हमले को एक साल हो गए हैं। पाकिस्तान की मदद से आतंकियों के कायराना हमले में सीआरपीएफ के 40 वीर जवान शहीद हो गए थे। लेकिन इसके बाद पाकिस्तान पर भारतीय सेना ने जो कार्यवाही की। उसके खौफ में पाकिस्तान आज भी है। पाकिस्तान कई बार सार्वजनिक मंचों से कह चुका है कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है और गुलाम कश्मीर को भारत में मिला सकता है।

पिछले साल 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा चरम पर था। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर उसके आतंकियों के ट्रैनिंग कैंपों को तबाह कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान में खौफ सा छा गया था।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस बात को कई बार कह चुके हैं कि भारत कभी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर जवाबी कार्यवाही को लेकर पाकिस्तान में आज भी खौफ है। जबकि पाकिस्तान सोच रहा था कि भारत हर बार की तरह चुप बैठेगा। पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना के बालाकोट हमले के बाद विश्व बिरादरी को संदेश गया था कि भारत अपनी रक्षा के लिए तैयार है और किसी भी हद तक जा सकता है।

आज पुलवामा हमले की पहली वर्षगांठ के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।  वहीं देश भी अपने वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने ट्विट कर संदेश दिया है कि “मैं पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। भारत हमेशा हमारे बहादुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने हमारी मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, ”

फिलहाल बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान दुनिया भर में हाथ फैला चुका है। लेकिन किसी भी देश ने उसकी मदद नहीं है। वहीं पाकिस्तान और भारत के बीच अभी भी संबंध सामान्य नहीं हुई है। पाकिस्तान और भारत के बीच व्यापारिक संबंध खत्म हो गए हैं। वहीं पाकिस्तान की जनता भारतीय सामान के वहां पर नहीं पहुंचने से महंगाई से परेशान है।