उत्तर प्रदेश के औरैया में भयानकनाथ मंदिर में दो साधुओं की हत्या और एक को मरणासन्न करने वाले गोकश ही थे। इस बात का खुलासा हो गया है और इस हत्याकांड में शामिल पांच आरोपी सलमान, नदीम, शहबाज, मजनू उर्फ नाजिम और गब्बर पुलिस की हिरासत में हैं और उन्होंने ने अपना जुर्म भी स्विकार कर लिया हैं।

उसके बाद भी पुलिस अभी तक इस हत्याकांड में शामिल बाकि आरोपियों को गिरफ्तार करने में नाकाम हैं। इसको लेकर कहीं ना कहीं उत्तर प्रदेश की पुलिस पर सवाल खड़े हो रहें हैं। 

पुलिस ने इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिसमें पांच  लोगों को तो पुलिस ने 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया लेकिन 9 लोग अभी भी फरार हैं। साथ हीं पुलिस ने अभी तक हत्याकांड में शामिल बाकि आरोपियों के नाम का भी खुलासा नहीं किया है।

औरैया के बिधूना कोतवाली क्षेत्र के कुदरकोट स्थित भयानक नाथ मंदिर में मंगलवार रात हमलावरों ने धारदार हथियार से 2 साधुओं की हत्या कर दी थी। इस हमले में एक साधु गंभीर रूप से घायल हो गया जिनका इलाज सैफई के अस्पताल में चल रहा है। 
साधुओं की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था जानकारी मिलने के बाद आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंच गए और कुदरकोट चौराहे पर जाम लगा दिया था। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने किसी तरह मामले को संभाला था। 

मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रेदश के मुख्यमंत्री ने डीजीपी और प्रमुख सचिव को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

भयानकनाथ मंदिर पर तीन पुजारी मंदिर की देखभाल और पूजा पाठ करते थे। साथ ही गाय की सेवा भी करते थे। 14 अगस्त की रात में इनकी हत्या कर दी गई थी। मामले की जानकारी उस समय हुई जब गांव वाले मंदीर पहुंचे तो वहा पर पुजारी लज्जाराम व हल्केराम के शव चारपाई पर मिले, जबकि एक अन्य पुजारी रामसरन गंभीर हालत में तड़पता हुआ मिला। पुजारियों को चारपाई से बांधकर उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। तीनों साधु चारपाई से बंधे मिले. एक साधु की जीभ कटी हुई पाई गई है।