चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने फैसला किया है कि राज्य में बाहर से आने वाले सभी लोगों को क्वारंटिन किया जाएगा और अब ये क्वांरटिन 14 दिनों के बजाए 21 दिनों का होगा। पंजाब सरकार ने कहा कि राज्य में रह रहे प्रवासियों को लेकर संबंधित राज्य सरकार को फैसले लेने हैं और पंजाब सरकार प्रवासी मजदूरों का ख्याल रख रही है और सरकार को उनकी जरूरत है। क्योंकि राज्य में उद्योग को संचालित करने लिए उनकी जरूरत है।

पंजाब सरकार ने मंगलवार ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए क्वारंटिन की अवधि को बढ़ा दिया है और अब ये 21 दिनों का होगा। पंजाब सरकार ने कहा कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का 21दिनों को क्वारंटिन किया जाएगा। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नांदेड़ से लौटने वाले सभी तीर्थयात्रियों और राजस्थान से आने वाले छात्रों और मजदूरों को पंजाब की सीमा पर रोक दिया जाएगा और उन्हें 21 दिनों के लिए सरकारी क्वारंटिन सेंटरों में भेजा जाएगा।

राज्य सरकार ने ये घोषणा तब भी की है जब राज्य में सरकार कर्फ्यू को समाप्त करने पर सोच रही है। हालांकि राज्य सरकार ने विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला किया है। राज्य सरकार ने फैसला किया है कि कड़े उपायों के साथ कुछ और क्षेत्रों में सीमित छूट के साथ लॉकडाउन को जारी रखना चाहिए। राज्य की सीमाएं को बंद रखना चाहिए और इसके साथ ही सीमाओं के जिलों और गांवों को भी सील करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में रह रहे प्रवासी मजदूरों को लेकर संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फैसले करने हैं लेकिन पजाब सरकार प्रवासी मजदूरों को रखने के लिए तैयार है।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार उनका ख्याल रख रही है और  राज्य सरकार चाहती है वे पंजाब न छोड़ें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लागू होने के 35 दिन बाद भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं और ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि जुलाई तक रहेगी। गौरतलब है कि हाल ही में नांदेड़ से पंजाब लौटने वाले आठ सिख तीर्थयात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए। इसमें पांच श्रद्धालु पंजाब के तरनतारन के थे और  तीन कपूरथला के रहने वाले थे।