नई दिल्ली। राहुल गांधी की एक छोटी सी भूल भारत सरकार के लिए मुसीबन बनने जा रही है। राहुल गांधी पिछले हफ्ते श्रीनगर जाने की जिद पर कश्मीर गए और उसके बाद उन्होंने कश्मीर के हालत पर एक ट्वीट किया। यही ट्वीट अब पाकिस्तान के लिए हथियार बन गया है और इसका इस्तेमाल वह भारत सरकार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में कर रहा है। यूएन में राहुल गांधी के ट्वीट को बड़ा हथियार बनाए जाने के बाद अब कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। अब कांग्रेस कश्मीर मुद्दे को देश का आंतरिक मुद्दा बताकर डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।

असल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी जिद के कारण श्रीनगर गए थे। जबकि वहां के प्रशासन ने उन्हें वहां न आने को कहा था। प्रशासन का कहना था कि जब राज्य में हालात पूरी तरह से सही हो जाएंगे। वह तब आएं। हालांकि इससे पहले राहुल गांधी की राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी हो चुकी थी।

लेकिन राहुल गांधी कुछ विपक्षी दलों के साथ श्रीनगर गए। हालांकि उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया और बाद में वापस दिल्ली भेज दिया। दिल्ली आकर राहुल गांधी ने कश्मीर के हालात पर एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने वहां के हालत को खराब बताया और कहा कि वहां की जनता परेशान है।

राहुल गांधी के इसी ट्वीट को पाकिस्तान ने अपना हथियार बना दिया और जिसे उनसे भारत के खिलाफ यूएन में इस्तेमाल किया। पाकिस्तान ने यूएन में कहा कि भारत सरकार वहां पर विपक्षी दलों को भी नहीं जाने दे रही है। लिहाजा वहां के हालतों को अच्छी तरह से समझा जा सकता है।

अब यूएन में पाकिस्तान की चिट्ठी में राहुल गांधी का जिक्र आने के बाद अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से सफाई आई है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि कश्मीर पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है और इसमें पाकिस्तान या किसी विदेशी मुल्क को दखल देने की जरूरत नहीं है।  

राहुल ने एक और ट्वीट कर कहा, 'जम्मू-कश्मीर में हिंसा पाकिस्तान प्रायोजित है जो पूरी दुनिया में आतंकवाद का समर्थन के रूप में कुख्यात है।' हालांकि अब राहुल गांधी की इस मामले में किरकिरी हो रही है।