राजस्थान में मतदान कराने एक बुजुर्ग के घर पहुंचे मतदान कर्मी ठिठक गए। पता चला कि परिवार की एक बुजुर्ग महिला का देहांत हो गया है। पर मृतका के पति ने अंतिम संस्कार के पहले मतदान किया।
जोधपुर। राजस्थान चुनाव 2023 में पहली बार चुनाव आयोग ने बुजुर्गों और अक्षम लोगों के लिए घर से मतदान की प्रक्रिया शुरू की है। 21 नवम्बर तक जारी रहने वाली इस प्रक्रिया के तहत बुजुर्गों के पास मशीनरी और दस्तावेज लेकर अधिकारी जा रहे हैं। बुजुर्ग अपने बेड पर ही वोटिंग कर रहे हैं। इस बीच जोधपुर से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है।
जोधपुर में मतदान कराने वाला दल एक बुजुर्ग के घर पहुंचा तो पता चला कि परिवार के बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है तो मतदान कर्मी ठिठक गए। वे अंदर नहीं गए, बाद में मृतका के पति से बातचीत की गई तो उन्होनें मतदान के लिए हामी भर दी और पत्नी के शव के नजदीक ही वोटिंग की।
जोधपुर के लुणावसा कलां गांव का मामला
मामला जोधपुर जिले के ग्रामीण इलाके में स्थित लुणावास कलां गांव का है। यहां के रहने वाले सरदार राम और उनकी पत्नी लहरी देवी होम वोटिंग करना चाहती थी। इस सिलसिले में आवेदन किया था। उसी को लेकर मतदान कराने वाला एक दल शुक्रवार को उनके घर पहुंचा, तो उन्हें पता चला कि कुछ समय पहले ही लहरी देवी की मौत हो गई। परिवार अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। सरदार राम अपनी पत्नी के शव के पास थे।
परिवार के सदस्यों ने मतदान के लिए किया तैयार
यह परिस्थिति देखकर मतदान दल पहले ठिठका। घर के अंदर एंट्री करने में कर्मियों को संकोच हो रहा था। पर बातचीत के बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने सरदार राम को मतदान के लिए तैयार किया। उन्होंने मौके पर ही पत्नी के शव के पास मतदान किया। सरदार राम ने यह भी कहा कि यदि उनकी पत्नी जीवित होती तो वह भी मतदान करती।
राजस्थान में मतदान का 85 फीसदी होम वोटिंग
आपको बता दें कि पूरे राजस्थान में मतदान का 85 प्रतिशत होम वोटिंग हुई है। इस दौरान मत नहीं डाल पाने वाले 709 बुजुर्गों की मौत भी हो चुकी है। मतदान दल उन बुजुर्गों के घर पहुंचा तो ज्यादातर के यहां अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं।
Last Updated Nov 18, 2023, 1:26 PM IST