राजस्थान में नामांकन की आखिरी तारीख 6 नवम्बर यानी सोमवार है। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में कुछ सीटों पर ऐसे भी मामले सामने आए हैं। जहां एक ही सीट पर रिश्तेदार आमने सामने चुनाव लड़ रहे हैं। धौलपुर जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है।
जयपुर। राजस्थान में नामांकन की आखिरी तारीख 6 नवम्बर यानी सोमवार है। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में कुछ सीटों पर ऐसे भी मामले सामने आए हैं। जहां एक ही सीट पर रिश्तेदार आमने सामने चुनाव लड़ रहे हैं। धौलपुर जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है। एक ही सीट पर जीजा और साली आमने सामने हैं। उधर, परिवार टेंशन में है कि वह किसका चुनाव प्रचार करे। नागौर सीट पर उससे भी एक बड़ा मामला सामने आया है।
नागौर विधानसभा सीट पर दो रिश्तेदार बीजेपी कांग्रेस से
नागौर की जायल विधानसभा सीट पर दो नजदीकी रिश्तेदार आमने सामने चुनाव मैदान मे हैं। एक कांग्रेस तो दूसरी बीजेपी के टिकट पर ताल ठोंक रही है। दोनों प्रत्याशी रिश्ते में देवरानी—जेठानी हैं। दोनों ही प्रत्याशी इलाके में जमकर अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। नामांकन भी कर चुके हैं।
दोनों महिलाएं अजमेर की रहने वाली
जिन प्रत्याशियों की हम बात कर रहे हैं। उनमें से एक मंजू मेधवाल हैं, जिन्हें कांगेस ने टिकट दिया है। दूसरी प्रत्याशी मंजू बाघमार हैं, जो बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान मे हैं। खास बात यह है कि दोनों की प्रत्याशी अजमेर के मूल निवासी है। एक का पीहर अजमेर के पुष्कर और दूसरे का ब्यावर इलाके में है। दोनों की ही मैरिज जायल विधानसभा क्षेत्र में हुई है।
जीजा को चुनौती दे रही साली
इसी तरह धौलपुर विधानसभा सीट से शोभारानी कुशवाहा प्रत्याशी हैं। उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया है। उनके सामने उन्हीं के जीजा शिवचरण कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं। साली और जीजा दोनों ने नामांकन भी कर दिया है और अपने अपने पक्ष में प्रचार करने क्षेत्र में उतर भी चुके हैं। ऐसे में ये लड़ाई काफी दिलचस्प हो चली है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जनता जीजा साली और देवरानी जेठानी में से किस पर भरोसा जताती है।
Last Updated Nov 4, 2023, 1:48 PM IST