कोटा। राजस्थान के एजूकेशन हब माने जाने वाले कोटा में प्रतियोगी बच्चों के सुसाइड करने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। जिसका कारण बच्चों पर बढ़ता जा रहा प्रेशर और उसकी वजह से होने वाला डिप्रेशन माना जा रहा है। इस बार जो सुसाइड की घटना हई है वो ज्यादा दर्दनाक है। 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक कशोरी के आत्महत्या करने की घटना सुनकर लोग अंदर तक सिहर उठे।

मूलत: एमपी की रहने वाली थी किशोरी
कोटा में अभी तक इंजीनियरिंग अथवा मेडिकल की तैयारी करने वाले बच्चों के सुसाइड करने की घटनाएं सुनने में आती थीं। इस बार महज 14 साल की लड़की ने जिंदगी के संघर्षों से तंग आकर सुसाइड कर लिया। किशोरी मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली है।

10 साल से माँ के साथ मामा के यहां रह रही थी किशोरी
जिले के सांगोद इलाके में अपने मामा के घर में 10 साल से 14 वर्षीय बालिका रह रही थी। सांगोद थाने के एसएचओ हीरालाल जाट ने बताया कि बालिका मध्यप्रदेश की रहने वाली थी। वह 8वीं कक्षा में पढ़ती है। करीब 10 सालों से वह अपनी मां के साथ मामा के घर सांगोद में रहकर पढ़ाई कर रही थी। शनिवार शाम को वो कमरे में थी। उसने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर रखा था। 

पंखे के चुल्ले में फांसी पर लटकी मिली किशोरी
काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकलने पर परिजनों ने उसे आवाज लगाई, परंतु उसने दरवाजा नहीं खोला। शक होने पर खिड़की से अंदर झांक कर देखा। अंदर का मंजर देखकर लोग अवाक रह गए। किशोरी पंखे के चुल्ले में फांसी पर लटक रही थी। घरवालों ने पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर किशोरी को फंदे से उतारा गया। कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। जिसकी वजह से आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया। 

पुलिस ने कहा कारण स्पष्ट नहीं 
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। घरवालों को पुलिस ने सूचना दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने कहा सुसाइड की वजह तलाशी जा रही है। बताते चलें कि कोर्ट में पिछले एक साल में डेढ दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट मौत को गले लगा चुके हैं।

ये भी पढ़ें....
Bihar News: ईडी ने लालू यादव के इस करीबी को किया गिरफ्तार, 2 करोड़ कैस, कई दस्तावेज किए जब्त