जयपुर- राजस्थान में बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होते ही नेताओं का असंतोष सामने आ गया है। पार्टी की तरफ से टिकट ना मिलने से नाराज पूर्व प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। 

निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके कुलदीप ने कहा है कि "वो लंबे समय से पार्टी के सच्चे सिपाही रहे हैं। वह पार्टी का भला चाहते थे लेकिन कुछ लोग वसुंधरा राजे को दोबारा मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहते। पार्टी के अंदरखाने गुटबाजी है और संगठन के लोग शीर्ष नेताओं को गलत सलाह दे रहे हैं।"

टिकटों की घोषणा के बाद बगावत का पहला झटका भाजपा को पूर्व प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनकड़ ने दिया है। धनकड़ में विराटनगर विधानसभा से टिकट की मांग की थी। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था और इस बार भी उन्हें मायूसी ही हाथ लगी, ऐसे में धनकड़ करने अपना इस्तीफा अमित शाह, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी को भेज दिया है।

धनकड़ अब निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे। धनखड़ ने आगामी 16 नवंबर को अपना नामांकन पर्चा दाखिल करने की बात कही है। धनखड़ जाट समुदाय से आते हैं और संगठन में उनकी अच्छी पकड़ भी मानी जाती है। 

धनकड़ आरोप लगाते हुए कहते हैं कि "राजस्थान में मुख्यमंत्री की ओर से जो सर्वे किया गया था उसमें उनका नाम था और राजस्थान कोर कमेटी की बैठक में इसका जिक्र भी हुआ था बावजूद इसके उनका टिकट काट दिया गया जबकि मौजूदा विधायक फूलचंद भिंडा का क्षेत्र में काफी विरोध है।"