चेन्नई- सुपरस्टार रजनीकांत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपने इस फैसले की जानकारी दी है। पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह 30 मई को होने वाला है। 
इससे पहले चेन्नई में संवाददाताओं से बात करते हुए रजनीकांत ने कहा कि ‘यह जीत मोदी की जीत है। भारत में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी करिश्माई नेता थे। उनके बाद नरेंद्र मोदी आज के दौर के करिश्माई नेता हैं। पूरे देश में इस वक्त मोदी लहर है’।

रजनीकांत मात्र पीएम मोदी की तारीफ पर ही नहीं रुके। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आईना दिखाया। उन्होंने राहुल गांधी से सहानुभूति जताते हुए कहा कि 'मैंने यह नहीं कहा कि उनमें (राहुल में) नेतृत्व की कमी है लेकिन उनके लिए कांग्रेस को हैंडल करना मुश्किल है। कांग्रेस काफी पुरानी पार्टी है, उसमें काफी वरिष्ठ नेता हैं। राहुल उन्हें कंट्रोल करने के लिए काफी यंग हैं। मुझे ऐसा लगता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मेहनत नहीं की और न ही राहुल के साथ कोऑर्डिनेशन किया।'

रजनीकांत का झुकाव भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ कोई नया नहीं है। इससे पहले भी उन्होंने इशारों इशारों में कई बार उनकी तारीफ कर चुके हैं। पिछले साल यानी 15 नवंबर 2018 को उन्होंने बयान दिया था कि  ' अगर 10 पार्टियां किसी एक के खिलाफ एकजुट हो रही हैं तो आप समझ सकते हैं कि कौन ज्यादा ताकतवर है।' 

रजनीकांत का बीजेपी की तरफ झुकाव तमिलनाडु में नए राजनीतिक समीकरणों की तरफ संकेत दे रहा है। दरअसल दक्षिण की राजनीति में रुपहले पर्दे के सितारों का हमेशा बोलबाला रहा है। दक्षिण भारत के प्रशंसकों के लिए उनके फिल्मी सितारे भगवान से कम नहीं होते। चाहे वह तमिलनाडु में एक्टर से मुख्यमंत्री बने एमजीआर हों या जयललिता या पटकथा लेखक करुणानिधि। या फिर आंध्र प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रहे एनटी रामाराव। इन सभी ने सिल्वर स्क्रीन पर अपनी लोकप्रियता के चलते राजनीतिक जीवन में अपार सफलता प्राप्त की। 

हो सकता है रजनीकांत दक्षिण में रुपहले पर्दे से राजनीति के मैदान में उतरने वाले अगले सफल नाम हों। क्योंकि रजनीकांत ने 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और उनके 23 हजार से ज्यादा रजिस्टर्ड फैन क्लब हैं, जिनके सदस्यों की संख्या लाखों में है। उनकी फिल्में दुनियाभर में पसंद की जाती हैं।  

इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को तमिलनाडु में एक भी सीट नहीं मिली है। ऐसे में हो सकता है कि पार्टी रजनीकांत जैसे बड़े अभिनेता को बीजेपी का चेहरा बनाकर राज्य की जनता के सामने उतारे। इतिहास का उदाहरण सामने रखें तो बीजेपी का यह दांव सफल हो सकता है। 

हालांकि रजनीकांत ने बार बार बीजेपी की तरफ अपना झुकाव दर्शाया है। लेकिन उन्होंने अभी तक औपचारिक रुप से  बीजेपी में शामिल होने का कोई संकेत नहीं दिया है। अगर वह तमिलनाडु में बीजेपी का चेहरा बनने के लिए तैयार हो जाएं तो वह राज्य में बड़ी सफलता हासिल करने की उम्मीद कर सकती है।