राजनाथ सिंह शस्त्र पूजा करने करने के बाद राफेल को रिसीव करेंगे और खुद उड़ान भरेंगे। राफेल को दुनिया का ऐसा जहाज है जो रडार को भी चकमा दे सकता है। राफेल को लेकर कांग्रेस ने केन्द्र की पिछली भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे। लेकिन केन्द्र सरकार ने हर आरोप का जवाब दिया। जिसके बाद केन्द्र में फिर भाजपा सरकार बनी। कुछ दिन पहले पहले ही राफेल का पहला विमान भारत सरकार को सौंपा गया है।
नई दिल्ली। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दशहरे के मौके पर पेरिस में शस्त्र पूजा कर उन्नत तकनीकों से लैस 36 राफेल लड़ाकू विमानों को अपने कब्जे में लेंगे। राजनाथ सिंह विशेष तौर पर राफेल को लेने के लिए पेरिस गए हैं। लेकिन आज राफेल के मिलने के साथ ही पाकिस्तान की सेना मातम मनाएगी। क्योंकि राफेल को भारत को मिलने के बाद भारत की वायुसेना की शक्ति और ज्यादा बढ़ जाएगी। गौरतलब है कि भारत में विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा की जाती है और ये परंपरा सदियों से चली आ रही है। लिहाजा राजनाथ सिंह विशेष तौर से फ्रांस गए हैं।
राजनाथ सिंह शस्त्र पूजा करने करने के बाद राफेल को रिसीव करेंगे और खुद उड़ान भरेंगे। राफेल को दुनिया का ऐसा जहाज है जो रडार को भी चकमा दे सकता है। राफेल को लेकर कांग्रेस ने केन्द्र की पिछली भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे। लेकिन केन्द्र सरकार ने हर आरोप का जवाब दिया। जिसके बाद केन्द्र में फिर भाजपा सरकार बनी। कुछ दिन पहले पहले ही राफेल का पहला विमान भारत सरकार को सौंपा गया है।
माना जा रहा है कि राफेल के मिलने के बाद भारतीय वायु सेना की शक्ति बहुत बढ़ जाएगी और इसके बाद पाकिस्तान जैसे आतंक फैलाने देश की भारत पर आक्रमण करने की हिम्मत नहीं होगी। यही नहीं राफेल को पूर्वी सीमा के साथ ही पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा। ये आने वाले समय में मिग 21 की जगह लेगा। गौरतलब है कि अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की तिथि को विजयादशी के तौर पर मनाया जाता है।
इस दिन पूरे देशभर में शस्त्रों की पूजा की जाती है। लिहाजा राफेल का अधिग्रहण करने के लिए इसी दिन को चुना गया है। ताकि भारत अपने दुश्मनों का सफाया राफेल से कर सके। भारतीय रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक राफेल की क्षमता के समान पाकिस्तान के पास अब तक कोई विमान नहीं है।
Last Updated Oct 8, 2019, 4:19 PM IST