हरियाणा के हिसार की एक विशेष अदालत ने बाबा रामपाल को हत्या के दो मामलों में दोषी करार दिया है। इन दोनों मामलों में सजा का ऐलान 16 और 17 अक्टूबर को किया जाएगा। रामपाल को जिन मामलों में सजा सुनाई गई है, उनमें पहला केस महिला भक्त की संदिग्ध मौत का है, जिसकी लाश उनके सतलोक आश्रम से 18 नवंबर 2014 को बरामद की गई थी।

जबकि दूसरा मामला सतलोक आश्रम में जब पुलिस पहुंची तो वहा जमकर हिंसा हुई थी। जिसमें रामपाल के भक्त पुलिस के साथ भिड़ गये थे। करीब 10 दिन चली हिंसा में 4 महिलाएं और 1 बच्चे की मौत हो गई थी। क्या है मामला है।

सुरक्षा और किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए हिसार जेल में ही अदालत लगाई गई थी, जहां जज ने अपना फैसला सुनाया है। रामपाल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की कार्यवाही जेल में ही पूरी की गई।

इससे पहले किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने हिसार और उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। हिसार को किले में तब्दील कर दिया गया है। लॉ एंड आर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से हिसार आने वाली ट्रेनों का संचालन नहीं होगा।

हरियाणा प्रशासन ने मामले को गंभीरता को देखते हुए हुए रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियां मांगी हैं। प्रदेश सरकार ने हिसार में पांच कंपनियों की तैनाती की है। प्रदेश सरकार ने हिसार के आसपास के जिलों से

भी पुलिस बल को तैनात कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने शहर के नाकों पर पुलिस बल बढ़ा दिया है। नाकों पर पुलिस कर्मियों की संख्या 12 से 24 तक कर दी है। तैनात किए गए जवान 15 अक्टूबर तक तैनात रहेंगे।

रामपाल के समर्थक शहर में प्रवेश ना कर सकें इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। प्रसाशन इस बात को लेकर भी सजग है कि गुरमीत राम रहीम मामले की सुनवाई के दौरान उनके समर्थकों ने पंचकुला में जिस तरह हंगामा किया था वह यहां पर नहीं हो। इसलिए प्रशासन पहले से ही एहतियात बरत रहा है।