किसी संस्कृति का सम्मान शशि थरूर को मजाक लगता है। प्रधानमंत्री के नागा टोपी पहनने पर थरूर को एतराज है। वो इस पर मजाक करते हैं।
शशि थरूर अपने बयान को लेकर फिर से विवादों में हैं। तिरुअनंतपुर में थरूर ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि वो मुसलमानों की टोपी नहीं पहनते। इसके बाद पीएम ने जो बोला वो देश के लिए असम्मान की बात है। थरूर के मुताबिक मुसलमानी टोपी छोड़ कर कुछ भी पहन सकते हैं चाहे वो कितनी भी अजीबो-गरीब क्यों ना हो।
इसी क्रम में उन्होंने नागा संस्कृति और वहां के लोगों का मजाक उड़ा दिया। उनके मुताबिक ये टोपियां बेकार होती हैं। इन टोपियों में पंख लगा होता है।
प्रधानमंत्री का किसी इलाके विशेष का वेश-भूषा वहां के लोगों के सम्मान में होता है, जिसका मतलब शशि थरूर ने सीधा उलट दिया है। माय नेशन आपको दिखाता है पीएम के तमाम स्थानीय रंग जो किसी संस्कृति के सम्मान में वो पहनते-ओढ़ते हैं।
थरूर ने बकायदा ये बात कही कि पीएम जहां जाते हैं वहां की टोपियां पहनते हैं बस मुसलमानों की ही टोपी नहीं पहनते। इसी दौरान उन्होंने नागा टोपी को हास्यास्पद करार दिया।
थरूर का वो बयान जिस पर विवाद पैदा हो गया है:
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Last Updated Aug 6, 2018, 7:09 PM IST