नई दिल्ली। निजामुद्दीन मरकज का प्रमुख मौलाना साद फरार है और दिल्ली पुलिस  उसकी तलाश में देशभर में खाक छान रही है। माना जा रहा कि वह अपने किसी रिश्तेदार के वहां छिपा है।  कहा जा रहा है कि वह 28 मार्च से ही गायब है और अब अपने लोगों डाक्टरों के आदेश का पालन करने को कहा रहा है।

दिल्ली पुलिस की दो टीमें मोहम्मद साद का पता लगाने के लिए पश्चिमी यूपी समेत देश के कई हिस्सों में दबिश दे रही है। माना जा रहा है कि वह अपने रिश्तेदार के वहां छिपा हुआ है। उसके करीबी रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि उसके गिरफ्तार किया जा सके। दिल्ली पुलिस ने साद के खिलाफ एफआईआर की है और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद  वह फरार है।

क्राइम ब्रांच की एक अन्य टीम विभिन्न मस्जिदों और जगहों पर साद की तलाश कर रही है, जहां वह छिप सकता है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल फोन के जरिए उसे ट्रेस नहीं किया जा सकता है क्योंकि एफआईआर दर्ज होने के बाद से उसका फोन बंद है। हालांकि इसी बीच सोशल मीडिया में साद का एक ऑडियो क्लिप आई है और जिसमें वह खुद को क्वारंटिन करने की बात कर रहा है। दिल्ली पुलिस की एक टीम को उन भारतीयों की एक सूची तैयार करने के लिए कहा गया है जो 24 मार्च से पहले मारकज़ को छोड़ने वाले लोगों की सूची में शामिल थे।

दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में 824 विदेशी नागरिकों के अलावा हजारों भारतीय नागरिकों ने हिस्सा लिया था। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि निजामुद्दीन से 2361 से अधिक लोगों को निकाला गया जिसमें से 606 लोगों में कोरोना पाया गाय है। अभी सौ से अधिक व्यक्तियों का परीक्षण पॉजिटिव पाया गया है। दिल्ली  पुलिस का कहना है कि मौलाना साद और तब्लीगी जमात के अन्य सदस्यों के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम, 1897 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत मामला दर्ज किए गए हैं।