कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 में भाजपा को हराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहें हैं लेकिन उनकी लाख कोशिशों के बाद भी कांग्रेस के नेताओं को यह असंभव लगता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का मानना है कि अगले लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर कांग्रेस का सत्ता में आना कठिन है।

सलमान खुर्शीद ने कहा कि 2019 में बीजेपी को हराने के लिए सभी पार्टियों को साथ आना होगा। खुर्शीद ने कहा कि इसके लिए विपक्ष के नेताओं को त्याग करने और तालमेल बैठाने के लिए तैयार रहना होगा। खुर्शीद ने कहा कि मौजूदा हालात में पार्टी का अकेले दम पर सत्ता में आना मुश्किल है।

उन्होंने कहा, 'हमारे सभी नेताओं ने साफ कर दिया है कि देश की सरकार को बदलने के लिए गठबंधन की जरूरत है। ऐसे में गठबंधन को मूर्त रूप देने के लिए चाहे जिस त्याग, तालमेल और बातचीत की जरूरत हो, कांग्रेस वह करने के लिए तैयार है।' खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस की तरह विपक्ष के अन्य दलों को भी यही करना होगा।

अकेले अपने दम पर कांग्रेस की सत्ता में वापसी के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि निश्चित तौर पर आज यह मुश्किल है। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए हर कदम उठाने को भी तैयार हैं। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जिसे देश के हर राज्य से सीट मिलती हैं।

माना जा रहा है कि सलमान का बयान उस परिप्रेक्ष्य में आया है जब बीएसपी प्रमुख मायावती ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। क्योंकि माना जा रहा था कि इन तीनों चुनावी राज्यों में कांग्रेस बसपा के साथ गठबंधन करके चुनाव में उतरेगी लेकिन मायावती ने कांग्रेस को झटका देते हुए ये नहीं होने दिया।

खुर्शीद का बयान इस लिए भी मायने रखता है कि वह उत्तर प्रदेश से आते हैं जहां पर देश में सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें है। यूपी में कांग्रेस की हालत बहुत खराब है पिछले आम चुनाव में कांग्रेस को केवल दो सीटें मिली थी वह भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी की। ऐसे में सलमान खुर्शीद को यह लगता है कि बिना गठबंधन कांग्रेस अकेले कुछ भी नहीं कर सकती तो यह गलत नहीं है।