कानपुर: समाजवादी पार्टी ने बिजली मूल्य वृद्धि का विरोध कुछ अनूठे अंदाज में किया । हाथों मे पंखा लेकर कई फिल्मो गाने गाकर विरोध प्रदर्शन किया । 'सखी सईंया तो खूब ही कमात है बिजली डायन खात है' जैसे गाने गाकर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने का काम किया । प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि आर्थिक मंदी के दौर में लोगों की नौकरी जा रही है और बढ़े हुए बिजली के दामों ने कमर तोड़कर रख दी ।

सोमवार को समाजवादी पार्टी ने फूलबाग की गांधी प्रतिमा पर हाथों मे पंखा और लालटेन लेकर बिजली के बढे दामों के विरोध में प्रदर्शन किया । इस दौरान समाजवादियों ने प्रदेश सरकार को घेरने के लिए गानो का सहारा लिया । 'नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए बाकी जो बचा सरकारी चोर ले गए' ।

इस मौके पर आर्य नगर विधानसभा से विधायक अमिताभ बाजपेई के मुताबिक जब से बीजेपी की सरकार आई है । तब से ऐसी नीतियां लागू की है कि व्यापार की कमर टूट गई है । इस आर्थिक मंदी के दौर में लोगो की कमर टूट गई है । नोटबंदी और जीएसटी के बाद से व्यापार में लगातार मंदी का दौर है ।

उन्होने कहा कि लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतो को पूरा नहीं कर पा रहे है । इतना सब होने के बाद भी सरकार ने बिजली के दामो में वृद्धि कर दी । बिजली के बिना कोई काम नहीं चल सकता है । बिजली के दाम सरकार ने 10 से 15 फीसदी बढा दिया है । स्मार्ट मीटर के नाम पर अलग से जनता का उत्पीड़न हो रहा है ।

जगह-जगह कटिया के नाम पर अलग से उत्पीड़न हो रहा है । इसके विरोध में सपा ने हाथ वाले पंखा और लालटेन लेकर प्रदर्शन कर रहे है । यदि बिजली के बढे हुए दाम वापस नहीं लिए गए तो जनता पुराने युग में लौटने को मजबूर हो जाएगी । बिजली के बढे हुए दाम वापस नहीं होने तक हमारा विरोध प्रदर्शन रोजाना जारी रहेगा ।