सारदा चिट फंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआई पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार के खिलाफ इस मामले से जुड़े साक्ष्यों को नष्ट करने का केस दर्ज करने की तैयारी में है।

सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, एजेंसी राजीव कुमार के नाम के साथ सप्लीमेंट्री चार्जशीट जल्द ही फाइल करेगी। सीबीआई उन्हें कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाह रही थी, लेकिन अब वह बिना गिरफ्तारी के चार्जशीट फाइल कर सकती है।  

पिछले 26 महीने में राजीव कुमार को पांच बार समन दिया जा चुका है। वह तभी पूछताछ के लिए पेश हुए जब उन्हें कोर्ट ने पेश होने को कहा। लेकिन सीबीआई के अधिकारियों का दावा है कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह पूछे जा रहे सवालों का भी उत्तर नहीं दे रहे हैं। सारदा चिट फंड मामले में राजीव कुमार से पूछताछ के लिए सीबीआई सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। 

राजीव कुमार उस विशेष जांच दल के मुखिया थे, जिसे बंगाल सरकार ने सारदा चिट फंड घोटाले की जांच के लिए गठित किया था। सीबीआई का आरोप है कि राजीव कुमार ने जांच के दौरान मिले कुछ साक्ष्यों को नष्ट कर दिया।

सीबीआई का यह भी दावा है कि जब यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा गया तो राजीव कुमार ने एजेंसी को कुछ आरोपियों की कॉल डिटेल भी नहीं सौंपी। 

केंद्र बनाम राज्य सरकार

राजीव कुमार और सारदा चिट फंड घोटाला पश्चिम बंगाल पुलिस और सीबीआई के बीच हुई बड़ी तनातनी का मुख्य कारण है। यह मामला केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच चल रही खींचतान का भी कारण बना है। जब सीबीआई राजीव कुमार से पूछताछ करना चाहती थी तो पश्चिम बंगाल पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ दंगा भड़काने और धमकाने के आरोप में तीन एफआईआर दर्ज कर दी।