सामने आई अलीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों की करतूत

जिलाधिकारी का कहना है कि इस मामले में पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है। अगर छात्र सरकार कै पैसा जमा नहीं कराते तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जिला प्रशासन ने एएमयू और लाभार्थी छात्रों को नोटिस जारी कर दिया है।

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यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रवृति आवंटन में बड़ा घोटाला हुआ है। विश्वविद्यालय प्रबंधन की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का पूरा खेल खेला गया है। इस बंदरबांट में 1300 छात्रों ने अनैतिक लाभ लिया है।
इस केंद्रीय विश्वविद्यालय में राज्य और केंद्र सरकार दोनों की तरफ से अल्पसंख्यक छात्रों को वजीफा दिया जाता है।

छात्रवृति के लाभुकों के लिए शर्त ये होती है कि वो किसी एक सरकार से ही छात्रवृति ले सकता है। या तो केंद्र सरकार की ओर से जारी होने वाली या राज्य सरकार की ओर से। लेकिन यहां छात्रों ने दोनों सरकारों की ओर से वजीफा हासिल किया है, जिसमें एएमयू प्रशासन की मिलीभगत रही है। 

चूंकी वजीफे का अनुमोदन यूनिवर्सिटी के अधिकारी ही करते हैं। ऐसे में दोनों तरह के वजीफे का अनुमोदन वहीं से किया गया। अब यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सवालों के घेरे में है।

वहीं जिलाधिकारी का कहना है कि इस मामले में पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है। अगर छात्र सरकार कै पैसा जमा नहीं कराते तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जिला प्रशासन ने एएमयू और लाभार्थी छात्रों को नोटिस जारी कर दिया है।
 

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