नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा के दौरान इस बार सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा मजबूत होगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पिछले साल की अपेक्षा इस बार करीब डेढ़ गुणा ज्यादा जवानों की तैनाती की योजना बनाई गई है। 

दरअसल खुफिया विभाग ने आतंकी गतिविधियों को लेकर विशेष अलर्ट जारी किया है, जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से यह खबर आई है कि साल 2019 की यात्रा के लिए 4 सौ से ज्यादा सुरक्षा बलों की कंपनियां तैनात की जाएंगी। 

पिछले साल यानी 2018 में सुरक्षा बलों की  213 कंपनियों की तैनाती की गई थी।  वहीं साल 2017 में सुरक्षा बलों के 181 कंपनियों की तैनाती की गई थी। 

अमरनाथ यात्रा लगभग 46 दिनों तक चलती है। यह यात्रा 1 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक चलती है। लेकिन इस यात्रा की सुरक्षा के लिए 15 जून के बाद से ही सुरक्षा बलों की तैनाती शुरु कर दी जाएगी। 

इस बीच जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं। जिसके लिए भी सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। 

दरअसल हाल ही में खुफिया विभाग को रिपोर्ट मिली थी कि जम्मू संभाग में भी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन की सक्रियता लगाता बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से राज्य प्रशासन अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित था। इसीलिए इस बार यात्रा के लिए ज्यादा सुरक्षा बल तैनात करने का फैसला किया गया है। 

राज्य प्रशासन की नजर अमरनाथ यात्रियों को आतंकियों से बचाने के अतिरिक्त उन्हें प्राकृतिक हादसों से भी सुरक्षित रखने पर है। इसलिए यात्रा के दौरान किसी भी तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस की 11 माउंटेन रेसक्यू टीमों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा चार एनडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया जाएगा।