वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने अपनी आखिरी सांस दिल्ली के अस्पताल में ली। उनका अंतिम संस्कार आज एक बजे दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान गृह में होगा। कुलदीप नैयर लम्बे समय से पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया। पीएम ने आपातकाल में सरकार के खिलाफ मुखर आवाज उठाने के लिए नैयर के योगदान की सराहना की और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

उर्दू रिपोर्टर के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले कुलदीप नैयर दिल्ली से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र द स्टेट्समैन के संपादक भी रह चुके थे। 

इसके अलावा कुलदीप नैयर डेक्कन हेराल्ड, द डेली स्टार, द संडे गार्जियन, द न्यूज, द स्टेट्समैन, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून पाकिस्तान, डॉन पाकिस्तान, प्रभासाक्षी सहित 80 से अधिक समाचार पत्रों के लिए 14 भाषाओं में कॉलम लिखते रहे हैं।

पत्रकारिता के अलावा वह इमरजेंसी के दौरान आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया जिसके कारण कुलदीप नैयर को गिरफ्तार किया गया था।

नैयर 1996 में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य थे। 1990 में उन्हें ग्रेट ब्रिटेन में उच्चायुक्त नियुक्त किया गया था, अगस्त 1997 में राज्यसभा में नामांकित किया गया था।