विदेशी बाजारों से मिल रहे सकारात्मक संकेतों का असर नए वित्तीय वर्ष के पहले दिन ही भारत में देखने को मिला। कारोबारी सप्ताह के पहले ही दिन शेयर बाजार ने 39 हजार के रिकॉर्ड स्तर छू लिया। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 185.97 अंकों की तेजी के साथ 38,858.88 पर खुला औरजोरदार खरीदारी के कारण तुरंत ने 39 हजार की ऊंचाई पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी में भी जोरदार तेजी दिख रही है। बाजार में तेजी का खास कारण धातु, वाहन और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में तेजी और वैश्विक संकेतों का सकारात्मक असर है। 

आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती किए जाने के अनुमान से निवेशक में उत्साह है। सुबह करीब 10:18 बजे 335 अंकों के उछाल के साथ सेंसेक्स 39,000 के स्तर पर पहुंचा तो निफ्टी भी रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब 11,700 के पार कारोबार कर रहा था। नौ अगस्त 2018 को सेंसेक्स पहली बार 38,000 के पार गया था।  

दिन भर के कारोबार के दौरान बीएसई के सेंसेक्स ने 39,115.57 अंकों के सर्वकालिक उच्चतम स्तर को छुआ। हालांकि सेंसेक्स 198.96 अंकों (0.51%) की तेजी के साथ 38,871.87 पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 31.70 अंकों (0.27%) के उछाल के साथ 11,655.60 अंकों पर बंद हुआ। 

कुछ जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए के लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से बहुमत की सरकार बनाने की संभावना से भी निवेशक काफी उत्साहित है। सीमा पर सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी के प्रयासों को शेयर बाजार को मदद मिल रही है। विदेशी संस्थागत निवेशक भी सकारात्मक माहौल देखकर शेयरों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। मार्च के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 33,980.56 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की है। 

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उधर, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार खत्म होने के आसार से भी बाजार को सहारा मिल रहा है। साथ ही रिजर्व बैंक की आने वाली मौद्रिक नीति में दरों में कटौती की उम्मीद है। दरों में कटौती की उम्मीद से भी बाजार का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है।