नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहना दिल्ली के शाहीन बाग पर भी देखा जा रहा है। जहां दिल्ली पुलिस ने पिछले कई दिनों से सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही महिलाओं को हटा दिया है। हालांकि अभी तक महिलाएं इस जिद पर अड़ी थी वह प्रदर्शन करेंगी। लेकिन पुलिस ने सख्ती  कर उन्हें हटा दिया है। पुलिस ने शाहीनबाग से करीब नौ लोगों को हिरासत में लिया है जो वह वहां से हटाने का विरोध कर रहे थे। वहीं शाहीन बाग की तरह देशभर में कई जगहों से धरना दे रहे लोगों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है।

कोरोना वायरस के कारण राष्ट्रीय राजधानी में पूर्ण तालाबंदी है। दिल्ली पुलिस लोगों को एक जगह पर एकत्रित होने वालों को रोक रही है। वहीं रास्ते में पुलिस वाले आने जाने वालों से पूछताछ कर घरों में रहने की हिदायत दे रही है। लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने सख्ती के साथ पिछले कई दिनों से दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध कर रही महिलाओं को हटा दिया है। हालांकि पिछले कई दिनों से महिलाएं धरना स्थल पर मास्क पहन कर प्रदर्शन कर रही थी और कई लोग यहां पर लोगों को मास्क भी दान कर रहे थे।

पुलिस ने शाहीन बाग में धरना स्थल दे रहे लोगों से अनुरोध किया गया था कि वह प्रदर्शनस्थल को बंद कर दें क्योंकि पूरे दिल्ली में तालाबंदी कर दी गई है। लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। हालांकि दिल्ली में कोरोना का प्रकोप को देखते हुए शाहीन  बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं की संख्या कम हो गई थी। लेकिन अब पुलिस ने महिलाओं को हटा दिया है। गौरतलब है कि शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ  15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन चल रहा है।

सोमवार को ही लखनऊ के घंटाघर में प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अपना  धरना खत्म कर दिया था और वह अपने अपने घरों को चली गई थी। क्योंकि लखनऊ जिला प्रशासन ने कहा था कि अगर उन्होंने धरना प्रदर्शन खत्म नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।