दो हफ्ते से भी कम समय में गुजरात कांग्रेस को दोहरा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के बेटे महेंद्र सिंह वाघेला बीजेपी में शामिल हो गए हैं। वह दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। हालांकि उन्होंने पिछले साल दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। तब उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था और न ही किसी पार्टी में शामिल हुए थे। महेंद्र सिंह वाघेला के बीजेपी में शामिल होने से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी पार्टी को राज्य में मज़बूती मिलने की उम्मीद है। महेंद्र सिंह उत्तर गुजरात के बायड विधानसभा सीट से 2007 और 2012 में लगातार 2 बार विधायक रहे हैं।
यह सवाल पूछे जाने पर कि वह अब भाजपा में क्यों शामिल हुए हैं, महेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी की कार्यशैली के कारण पार्टी निकट भविष्य में ना तो गुजरात में और ना ही देश में कहीं और पुनर्जीवित होगी।
यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गृह राज्य गुजरात की यात्रा पर हैं। भाजपा अध्यक्ष कल देर रात यहां पहुंचे और आज भगवान जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में शामिल हुए। शंकर सिंह वाघेला के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर महेंद्र ने कहा कि उनके पिता अपने अगले कदम के बारे में खुद फैसला करेंगे। 
साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और तत्कालीन विधायक शंकर सिंह ने कांग्रेस के खिलाफ बगावत कर दी थी। नतीज़न 13 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। उनमें से कुछ भाजपा में शामिल हो गए थे और चुनाव लड़ा था। गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की सीटें भले ही कुछ घट गईं लेकिन उसने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया था।
इसके पहले 3 जुलाई को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुंवरजी बावलिया ने कांग्रेस को बाय-बाय बोल दिया था। कुंवरजी बावलिया को बीजेपी में शामिल होने के फौरन बाद ही कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था।