समाजवादी पार्टी को छोड़ समाजवादी सेकुलर मोर्चा का गठन करने वाले शिवपाल यादव ने सपा के संस्थापक और अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को 2019 लोकसभा चुनाव में मैनपुरी से अपनी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। 

शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, ''हम चाहते हैं कि आगामी आम चुनावों में मुलायम सिंह यादव हमारी पार्टी से चुनाव लड़ें। हमने पहले ही लोकसभा की 80 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है और अब सपा के साथ किसी भी तरह के मेल-मिलाप के दरवाजे बंद हो चुके हैं।"

इतना ही नहीं शिवपाल ने कहा कि सपा छोड़ने और नई पार्टी बनाने का फैसला उन्होंने मुलायम सिंह यादव की सलाह पर लिया है। 

उन्होंने कहा कि हम अपने मोर्चे का विस्तार कर रहे हैं और दावा किया कि कई सपा नेता उनकी पार्टी में जल्द ही शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही पार्टी का रजिस्टेशन कराने के लिए चुनाव आयोग से मिलेंगे। 

इससे पहले शिवपाल ने पार्टी में हो रही उपेक्षा से नाराज होकर सपा छोड़ने का ऐलान कर दिया था और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा नाम से अपनी नई पार्टी बनाई है। शिवपाल ने सपा से असंतुष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया था। जिसके बाद कई जगह से इस बात की खबर आई थी कि कई नेता सपा छोड़ सपा में शामिल हो रहें हैं। 

अखिलेश और शिवपाल के बीच रिश्तों में खटास 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई. इसके बाद अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था। इसके बाद चाचा-भतीजे के बीच संबंध इस कदर खराब हुए कि उन्होंने सपा से अलग समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनाने का फैसला किया।