कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राफेल विमान सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर गंभीर आरोप लगाए। निर्मला सीतारमण ने कुछ ही मिनट में राहुल के इन दावों की हवा निकाल दी। राहुल ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का नाम लेते हुए कहा कि रक्षा मंत्री ने इस सौदे को लेकर झूठ बोला था कि फ्रांस के साथ गोपनीयता की शर्त होने के चलते राफेल विमान की कीमतों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। 

राहुल के इन सनसनीखेज आरोपों का लोकसभा में ही सीतारमण ने सिलसिलेवार जवाब दिया। उन्होंने यूपीए के शासनकाल में रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी के हस्ताक्षर वाला वह दस्तावेज दिखाया, जिसके मुताबिक, दोनों में से कोई भी पक्ष डिफेंस हार्डवेयर समेत कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं करेगा। उन्होंने कहा, फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने अपने भारत दौरे से पहले भी एक निजी चैनल से बातचीत में यही बात कही थी। 

इससे पहले, टीडीपी की ओर से लाए गए प्रस्ताव में बोलते हुए अमेठी के सांसद राहुल ने कहा, जब वह दिल्ली में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले थे, तो उन्होंने बताया था कि भारत और फ्रांस के बीच इस सौदे को लेकर कोई गोपनीयता का समझौता नहीं है। राहुल ने कहा, रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला। वह किसे बचाने का प्रयास कर रही हैं? उन्हें देश को बताना चाहिए। उन्होंने झूठ बोला था। 

राहुल ने कहा, 'पीएम मोदी के उद्योगपतियों से संबंध किसी से छिपे नहीं हैं। इनमें से एक को राफेल का कांट्रैक्ट दिया गया। इस व्यक्ति को 45,000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया।' राहुल ने आरोप लगाया कि सरकारी कंपनी एचएएल को इस अवसर का लाभ नहीं लेने दिया गया। उन्होंने पूछा, 'आखिर क्यों, एचएएल से यह कांट्रैक्ट छीन लिया गया? पीएम को यह बताना चाहिए। पीएम सच छिपा रहे हैं।' 

चंडीगढ़ से भाजपा की सांसद और अभिनेत्री किरण खेर ने भी राहुल गांधी के फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ हुई बातचीत के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने साबित कर दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष तथ्यों पर बात नहीं कर रहे थे। 

उन्होंने कहा, 'क्या पता, फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा होगा कि आपका कुर्ता-पायजामा बहुत अच्छा है या कुछ और भी कहा होगा।' उन्होंने कहा, वह अपनी अदाकारी का कौशल मांझने के बाद बॉलीवुड में आ सकते हैं।