नई दिल्ली।  देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में अभी तक सबसे अहम भूमिका तब्लीगी जमात के लोगों के सामने आई है। वहीं कहा जा रहा है कि अभी तक छह हजार तब्लीगी जमात के लोग गायब हैं।  क्योंकि निजामुद्दीन मरकज में नौ हजार तब्लीगी जमातियों ने हिस्सा लिया था वहीं अभी  तक 3193 जमातियों की पहचान हुई है।  जबकि छह हजार के लोगों का कोई रिकार्ड नहीं है। अभी तक पुलिस इनकी जांच कर रही है और कोई भी जमाती बाहर नहीं आ रहा है।


ये खबर शासन और प्रशासन के लिए होश उड़ाने वाली हो सकती है। क्योंकि देश में अभी तक छह हजार जमातियों की कोई खबर नहीं है।  वहीं अभी तक महज 3192 जमातियों की ही पहचान की जा सकी है। जबकि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में नौ हजार से ज्यादा जमातियों से हिस्सा लिया था। लिहाजा अब पुलिस इन्हें ढूंढ रही है।

 दिल्ली पुलिस की  क्राइम ब्रांच की जांच में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में नौ हजार से ज्यादा जमातियों ने हिस्सा लिया था। जांच  में ये भी सामने आया है कि  सैकड़ों जमातियों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं।  पिछले दिनों ही दिल्ली की चांदनी महल इलाके में 183 से ज्यादा जमाती 13 मस्जिदों से मिले थे, जिसमें में से 52  जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद सरकार ने इस पूरे इलाके को सील कर दिया था।


पिछले महीने 13 से 15 तारीख के बीच निजामुद्दीन में हुए मरकज में तबलीगी जमात के नौ हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। वहीं कहा जा रहा है कि देश सभी राज्यों में इस वक्त जमाती देशभर में छुपे हैं। जो घरों और मस्जिदों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने अकेले दिल्ली की मस्जिदों और घरों छुपे  900 जमातियों को ढूंढकर निकाला है। वहीं उत्तर प्रदेश में भी बड़ी संख्या में जमातियों को मस्जिदों से खोजकर निकाला गया है। कुछ ऐसा ही हाल तमिनलाडु,तेलंगाना, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश का भी है। जहां जमात के लोग मस्जिदों से पकड़े गए हैं।